प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भारत मंडपम में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम में भाग लिया. पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और धर्मेंद्र प्रधान भी कार्यक्रम में शामिल हुए. सिख धर्म में वीर बाल दिवस का काफी महत्व है. जिसे हर साल 26 दिसंबर को मनाया जाता है. पीएम मोदी ने ही इस दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी. इस दिन को सिख धर्म के सम्मान में मनाया जाता है. दरअसल, वीर बाल दिवस को सिखों के दसवें गुरू गुरू गोबिंद सिंह के पुत्रों की शहादस के सम्मान में मनाया जाता है.
वीर बाल दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, “पिछले वर्ष देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया था, तब पूरे देश ने सभी ने भाव विभोर होकर साहिबजादों की वीर गाथाओं को सुना था.” उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है.
क्यों खास है सिखों के लिए वीर बाल दिवस
बता दें कि गुरु गोबिंद सिंह ने साल 1699 में खालसा पंथ की नींव डाली थी. ये पंथ लोगों को मुगलों के उत्पीड़न से बचाता था. गुरु गोबिंद सिंह का आनंदपुर साहिब में किला था. इस किले पर मुगलों ने कई बार आक्रमण किया. जिससे वे उन्हें इस किले से निकालकर कब्जा कर सकें. लेकिन मुगलों को इस काम में कभी कामयाबी नहीं मिली. उसके बाद मुगलों को उनके साथ समझौता करना पड़ा. जिसमें कहा गया कि अगर गुरु गोबिंद सिंह आनंदपुर छोड़ देंगे तो उनपर कभी हमला नहीं किया जाएगा.
जब गुरु गोबिंद सिंह और उनके अनुयायी यहां से जाने लगे तो सरसा नदी के पास उनपर हमला कर दिया गया. गुरु गोबिन्द सिंह जी के 4 पुत्र थे. जिनका नाम अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह था. गुरु गोबिंद सिंह के चारों पुत्र खालसा पंथ का हिस्सा थे. 26 दिसंबर के दिन सरसा नदी के पास हुए हमले में जोरावर सिंह और फतेह सिंह शहीद हो गए और बाकी परिवार वाले अलग हो गए. जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत को याद करने के लिए ही इस दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. बता दें कि गुरु गोबिन्द सिंह जी के चारों पुत्र 19 वर्ष की आयु पूरी करने से पहले ही मुगल सेना से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए.
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi attends the ‘Veer Baal Diwas’ celebration programme at Bharat Mandapam.
On the occasion, the Prime Minister will also flag off a march-past. pic.twitter.com/x7zNOmudjT
— ANI (@ANI) December 26, 2023
वीर साहिबजादों से पूरा देश प्रेरणा ले रहा-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि वीर साहिबजादों से पूरा देश प्रेरणा ले रहा है। उन्होंने कहा-‘ जब अन्याय और अत्याचार का घोर अंधकार था तब भी निराशा को पल भर के लिए भी हावी नहीं होने दिया। हम भारतीयों ने स्वाभिमान के साथ अत्याचारियों का सामना किया। हर आयु के हमारे पूर्वजों ने सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने अपने लिए जीने के बजाय इस मिट्टी के लिए मरने का संकल्प लिया। जब तक हमने अपनी विरासत का सम्मान नहीं किया तब तक दुनिया ने भी हमारी विरासत को भाव नहीं दिया। आज जब हम अपनी विरासत पर गर्व करना शुरू किया है तब दुनिया का नजरिया भी बदला है।’
वीर बाल दिवस गुरु गोबिंद सिंह के बेटों की शहादत की याद में मनाया जाता है। पिछले साल नौ जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन प्रधानमंत्री ने यह घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों- साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत की स्मृति में ‘वीर बाल दिवस’ मनाया जाएगा। अब लगातार दूसरे साथ प्रधानमंत्री मोदी वीर साहिबज़ादों की शहादत को नमन करने के लिए वीर बाल दिवस के प्रोग्राम में शामिल हुए हैं। भारत मंडपम में चल रहे कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर और मीनाक्षी लेखी समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद हैं।
डिजिटल प्रदर्शनी और फिल्म का भी प्रसारण
वीर बाल दिवस को मनाने के लिए सरकार नागरिकों, विशेष रूप से छोटे बच्चों को साहिबजादों के अनुकरणीय साहस के बारे में बताने और उन्हें शिक्षित करने के लिए पूरे देश में कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। साहिबजादों के जीवन की कहानी और बलिदान का विवरण देने वाली एक डिजिटल प्रदर्शनी देश भर के स्कूलों और बाल देखभाल संस्थानों में प्रदर्शित की जा रही है। वीर बाल दिवस’ पर एक फिल्म भी देशभर में दिखाई जाएगी। इसके अलावा, क्विज सहित अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।