हेल्दी लाइफ जीने के लिए शरीर का ही स्वस्थ होना काफी नहीं, बल्कि माइंड को भी स्ट्रेस फ्री रखना जरूरी है। इसी महत्व को बताने के लिए हर साल जनवरी की 3 तारीख को इंटरनेशनल माइंड बॉडी वैलनेस डे मनाया जाता है। हमारे शरीर और मन के बीच गहरा कनेक्शन है, आपने नोटिस किया है जब आप बहुत टेंशन में होते हैं, तो वजन घटाना, कमजोरी, पाचन के साथ और भी कई दूसरी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ये इसी कनेक्शन की वजह से होता है। मतलब किसी भी एक चीज़ को इग्नोर करके आप स्वस्थ नहीं रह सकते ये जान लें।
आइए जानते हैं लाइफस्टाइल से जुड़ी ऐसी कुछ आदतों के बारे में जिससे बाइंड और माइंड दोनों को रख सकते हैं हेल्दी।
हेल्दी डाइट लें
कहते हैं जैसा खाए अन्न, वैसा रहे मन। मतलब हम क्या खाते हैं इसका हमारा मन पर भी असर पड़ता है। बहुत ज्यादा जंक, ऑयली, स्पाइसी फूड्स खाने से शरीर को न्यूट्रिएंट्स कम और कैलोरी ज्यादा मिलती है। पोषक तत्वों की कमी से दिनभर थकान और कमजोरी का एहसास होता रहता है। वहीं अगर आप प्रोटीन, विटामिन, आयरन, कैल्शियम रिच डाइट लेते हैं, तो इससे बॉडी तो फिट रहेगी है साथ ही दिमाग भी रहेगा दुरुस्त।
रोजाना एक्सरसाइज करें
रोजाना बस 20 से 30 मिनट का समय एक्सरसाइज के लिए निकालें। देखें कैसे आपका फिजिकल और मेंटल हेल्थ रहेगा अच्छा। एक्सरसाइज का मतलब सिर्फ डंबल उठाना ही नहीं है, बल्कि आप डांस, स्विमिंग, वॉक जैसी किसी भी तरह की एक्टिविटी को इसमें शामिल कर सकते हैं।
अच्छी नींद लें
नींद पूरी न होने से मूड को चिड़चिड़ा रहता ही है साथ ही इससे पाचन संबंधी दिक्कतें भी हो सकती हैं। नींद की कमी से शरीर को अपने दैनिक कार्य करने में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।
खुद के लिए वक्त निकालें
जी हां, ये एक बहुत ही जरूरी काम है, जिससे आप बॉडी और माइंड दोनों को हेल्दी एंड हैप्पी रख सकते हैं। उन चीज़ों को करने के लिए वक्त निकालें, जिसमें आपको खुशी मिलती है। फिर चाहे वह घूमना-फिरना हो, डांस हो, म्यूजिक हो या फिर कोई और पैशन। अपनी पसंद की चीज़ों को करने से एक अलग ही लेवल की खुशी मिलती है, जो माइंड को रिलैक्स करती है।
खुद को हेल्दी रखने के लिए करें ये 4 योगासन
1. आनंद बालासन
शरीर में लचीलापन बढ़ाने के साथ आनंद बालासन तनाव को दूर रखने में भी मदद करता है। पीठ के बल किए जाने वाले इस योगासन की मदद से शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं, जो अवसाद और चिंता की समस्या को दूर करते हैं। इसके अभ्यास से हैमस्ट्रिंग और हिप्स में होने वाली स्टिफनेस को असानी से दूर किया जा सकता है।
जानें इसे करने की विधि
- इसे करने के लिए पीठ के बल मैट पर सीधे लेट जाएं। अब दोनों टांगों को उपर की ओर उठाएं।
- घुटनों को मोड़ते हुए दोनों टांगों के मध्य गैप रखें और घुटनों को चेस्ट के नज़दीक ले आएं।
- धीरे धीरे दोनों हाथों से पैरों को पकड़ लें और उपर की ओर रखें। इससे मांसपेशियों में खिंचाव आता है।
- शरीर को 30 सेकण्ड से लेकर 1 मिनट तक इसी मुद्रा में बनाए रखें और उसके बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
- योगाभ्यास के दौरान गहरी सांस लें और छोड़ें। इससे तनाव रिलीज़ होने लगता है।
2. अधोमुख श्वानासन मुद्रा
मन की शांति बनाए रखने के लिए इस योगासन का अभ्यास अवश्य करे। इससे ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन नियमित होता है और एनर्जी लेवल भी उचित बना रहता है। शरीर को हेल्दी बनाए रखने और तनाव मुक्त रखने के लिए सुबह उठकर इस योगसन को 1 मिनट के लिए 2 से 3 बार दोहराएं। इस योगासन को करने से बालों को भी मज़बूती मिलने लगती है।
जानें इसे करने की विधि
- इस योग को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब पीठ को एकदम सीधा कर लें।
- उसके बाद दोनों टांगों के मध्य दूरी बना लें। अब दोनों हाथों को उपर उठाएं और एकदम सीधा रखें।
- धीरे धीरे कमर को आगे की ओर झुकाएं और दोनों हाथों को जमीन पर चिपका लें। गहरी सासं लें और छोड़ें।
- घुटनों को मोड़ने से बचें। अब 1 मिनट तक इसी मुद्रा में रहने के बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
3. उत्तानासन
पीठ में होने वाले दर्द और बढ़ रहे तनाव को दूर करने के लिए उत्तानासन एक बेहतरीन विकल्प है। इसकी मदद से शरीर में लचीलापन बढ़ता है और ब्रेन तक ऑक्सीजन पहुंचने लगती है। इससे दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन नियमित बना रहता है।
जानें इसे करने की विधि
- इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों बाजूओं को उपर की ओर उठाएं।
- धीरे धीरे आगे की ओर झुकें और दोनों हाथों से पैरों को छुएं। इस दौरान पीठ को सीधा रखें।
- अब सिर को घुटनों से छुएं और गहरी सांस लें व छोड़ें। अपना पूरा ध्यान सांस पर केंद्रित करें।
- 30 सेकण्ड से 50 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में रहने के बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
4. वीरभद्रासन
मांसपेशियों की मज़बूती को बढ़ाने और शरीर को हेल्दी बनाए रखने के लिए रोज़ाना वीरभद्रासन करें। इससे शरीर में हैप्पी हार्मोन सिलीज़ होते हैं, जो ब्रेन को चिंतामुक्त रखने में मदद करता है। इससे गर्दन व साईटिका पेन की समस्या भी हल हो जाती है।
जानें इसे करने की विधि
- इस योगासन को करने के लिए मैट पर खड़ें रहें और पीठ को सीधा रखें।
- अब दाईं टांग को आगे बढ़ाएं और बाईं टांग को पीछे लेकर जाएं। दोनों बाजूओं को उपर की ओर खींचें।
- दोनों हथेलियों को जोड़ लें और गहरी सांस लें व छोड़ें। इससे टांगों की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होता है।
- अब दोनों बाजूओं को फैलाएं, एक बाजू आगे और दूसरी बाजू पीछे लाएं। इससे शरीर का बैलेंस बना रहता है।