राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसी ईडी ने शुक्रवार सुबह कोलकाता तथा उससे सटे जिले उत्तर 24 परगना में कुल 12 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया।
इस क्रम में उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में तृणमूल नेता व ब्लाक अध्यक्ष शाहजहां शेख के घर पर छापेमारी करने पहुंची ईडी की टीम पर बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने हमला बोल दिया। उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। मीडिया कर्मियों को भी नहीं बख्शा गया। उनके फोन छीन लिए गए। जान से मारने की धमकी देकर उनके पासवर्ड पूछे गए।
कई अधिकारियों के सिर फटे
इस घटना में कई ईडी अधिकारी जख्मी हो गए। कई के सिर फट गए हैं। परिणामस्वरूप ईडी अधिकारियों को वहां से भागना पड़ा। जख्मी अधिकारियों को स्थानीय कैनिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूत्रों के मुताबिक भीड़ ने अचानक हमला बोल दिया, जिसका केंद्रीय बल के जवानों को अनुमान नहीं था। बड़ी संख्या में लोग होने के कारण जवान अधिकारियों का बचाव भी नहीं कर सके।
12 जगह की छापेमारी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह ईडी ने राशन घोटाला मामले में कोलकाता और उससे सटे उत्तर 24 परगना के करीब 12 जगह पर छापेमारी की। इस दौरान जब टीम जब ईडी की टीम उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में तृणमूल नेता व ब्लाक अध्यक्ष शाहजहां शेख के घर पर छापेमारी करने पहुंची तो ईडी की टीम पर उनके समर्थकों ने हमला बोल दिया।
अधिकारियों को चुन-चुनकर पीटा गया
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक टीएमसी नेता के समर्थकों ने डर से जहां-तहां छिपे अधिकारियों को चुन चुनकर पिटाई की है। तृणमूल नेता के समर्थकों ने जवानों के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय थाने के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे हुए हैं।
इलाके में स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है। ईडी के अधिकारियों ने जिले के बनगांव में तृणमूल नेता शंकर आढ्य के घर पर भी छापेमारी की। दोनों टीएमसी नेता राशन घोटाले में गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के करीबी बताए जा रहे हैं।
वाहनों में भी तोड़फोड़ की
ईडी की टीम पर तृणमूल नेता शाहजहां शेख के आवास के पास हमला किया गया। इस दौरान 200 से अधिक लोगों ने टीम के अधिकारियों और केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों को घेर लिया। भीड़ ने सरकारी अधिकारियों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की। हमले के बाद अधिकारियों को भागना पड़ा। इस दौरान भीड़ ने मीडिया कर्मियों को भी निशाना बनाया। उनके फोन छीन लिए गए। इस घटना में कई ईडी अधिकारी जख्मी हो गए। कईयों के सिर फट गए हैं। घायलों को स्थानीय कैनिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
#WATCH | North 24 Parganas, West Bengal: A team of the Enforcement Directorate (ED) attacked during a raid in West Bengal's Sandeshkhali.
More details are awaited pic.twitter.com/IBjnicU9qj
— ANI (@ANI) January 5, 2024
भाजपा बोली- रोहिंग्या ने कानून-व्यवस्था बिगाड़ी
ईडी पर हमले के बाद पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार का बयान आया है। मजूमदार ने कहा कि इन सभी के खिलाफ शिकायत और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। उन्होंने कहा कि ईडी कार्रवाई करती रहेगी, यह बिल्कुल स्पष्ट है।
भाजपा नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ईडी पर हमला यह दिखाता है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं।
शाहजहां शेख संदेशखली इलाके का डॉन
ईडी की एक टीम पर हुए हमले पर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा, ‘शाहजहां शेख संदेशखली इलाके का डॉन है। वह टीएमसी के नेता भी हैं। उसके खिलाफ हत्या के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती क्योंकि वह टीएमसी नेता हैं। हम घटना की निंदा करते हैं और कार्रवाई की जानी चाहिए।’
एनआईए जांच की मांग
राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि शाहजहां एक तस्कर है जिस पर हत्या का आरोप है। उन्होंने दावा किया कि ईडी पर हमला पूर्व नियोजित था। मामले की जांच भाजपा ने एनआईए से कराने की मांग की है। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखे जाने की बात सामने आई है।
#WATCH | On a team of ED attacked during raids in West Bengal, Former West Bengal BJP President Rahul Sinha says, "Shahjahan Sheikh is a don of the Sandeshkhali area. He is also a TMC leader. There are a lot of murder cases against him. The police do not take any action because… pic.twitter.com/xiz8wr7P0D
— ANI (@ANI) January 5, 2024
बंगालियों के साथ भी होगा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘जिस तरीके से आज संदेशखली में ईडी पर हमला हुआ वो दिखाता है कि बंगाल में रोहिंग्या घुसकर राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं। ये सिर्फ ईडी के साथ नहीं बल्कि आने वाले समय में ऐसा बंगालियों के साथ भी होगा। ये सरकार रहेगी तो ऐसा होता रहेगा।’
क्या है राशन वितरण घोटाला?
कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय के छापे महीनों से चल रहे हैं। ईडी ने पहले खुलासा किया था कि पश्चिम बंगाल में लाभार्थियों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली राशन का लगभग 30 प्रतिशत बाजार में भेज दिया गया था।
जांच एजेंसी ने कहा था कि राशन की चोरी कर मिलमालिकों और पीडीएस वितरकों के बीच बांट दिया था। उन्होंने कहा कि राइस मिलमालिकों ने कुछ सहकारी समितियों सहित कुछ लोगों के साथ मिलकर किसानों के फर्जी बैंक खाते खोले और धान उत्पादकों को दिए जाने वाले एमएसपी को हड़प लिया। प्रमुख संदिग्धों में से एक ने स्वीकार किया है कि चावल मिलों द्वारा अनाज के लिए लगभग 200 रुपये प्रति क्विंटल कमाए गए थे, जिसे सरकारी एजेंसियों द्वारा किसानों से एमएसपी पर खरीदा जाना था।
मंत्री ज्योति प्रियो मलिक गिरफ्तार
पिछले साल 14 अक्तूबर को जांच एजेंसी ने आटा और चावल मिल मालिक रहमान को गिरफ्तार किया था, जिसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। बाद में कई छापे मारे गए, जिसमें आपत्तिजनक सामग्री और 1.42 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे। जांच एजेंसी ने घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योति प्रियो मलिक को गिरफ्तार किया था। उन्होंने 2011 से 2021 तक खाद्य आपूर्ति मंत्री के रूप में कार्य किया, जिस अवधि के दौरान राशन वितरण में अनियमितताएं हुईं। मलिक को एक स्थानीय अदालत ने छह नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है।