पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव के सांसद की पोस्ट पर विवाद के बीच आज सुबह मोदी सरकार ने मालदीव के राजदूत को तलब किया। विदेश मंत्रालय ने मालदीव के राजदूत इब्राहिम शाहीब को तलब किया। वो दिल्ली के साउथ ब्लॉक में मौजूद विदेश मंत्रालय कार्यालय पहुंचे थे। बता दें कि की मालदीव सरकार के मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारत विरोधी बयान दिए हैं।
विदेश मंत्रालय ने मालदीव के राजदूत इब्राहिम शाहीब को तलब किया। वो दिल्ली के साउथ ब्लॉक में मौजूद विदेश मंत्रालय कार्यालय पहुंचे थे। बता दें कि पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव के सांसद की पोस्ट पर विवाद के बीच वह मंत्रालय पहुंचे थे।
Maldivian envoy seen at MEA office in Delhi, amid diplomatic row over ministers' remarks on PM Modi
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— ANI Digital (@ani_digital) January 8, 2024
पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करना मालदीव को पड़ा भारी
मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर की गई टिप्पणियों पर भारत सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। नाराज करीब चार हजार भारतीयों ने मालदीव में होटल बुकिंग रद करा दीं। तीन हजार हवाई टिकटें रद कराई गईं। भारतीय उच्चायुक्त ने भी मालदीव सरकार के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई।
भारत के सख्त रुख के बाद मालदीव सरकार ने अपने उन तीनों उप मंत्रियों मरियम शिऊना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद को निलंबित कर दिया। जानकारों का कहना है कि यह दुनिया में पहला मामला है जब किसी एक देश के मंत्रियों को दूसरे देश के नेता के खिलाफ टिप्पणी के कारण निलंबित किया गया है ।
#WATCH | Ibrahim Shaheeb, Maldives Envoy exits the MEA in Delhi's South Block.
He had reached the Ministry amid row over Maldives MP's post on PM Modi's visit to Lakshadweep. pic.twitter.com/Dxsj3nkNvw
— ANI (@ANI) January 8, 2024
पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी पर मालदीव सरकार ने किया किनारा
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा,”मालदीव की सरकार विदेशी नेताओं और कुछ शीर्षस्तरीय लोगों के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणों के बारे में जानती है। ये व्यक्तिगत स्तर पर की गई टिप्पणियां हैं और मालदीव की सरकार इसका समर्थन नहीं करती।”
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा,” हमारी सरकार मानती है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का लोकतांत्रिक व जिम्मेदारी से पालन होना चाहिए। यह नफरत, नकारात्मकता फैलाने वाला नहीं होना चाहिए और न ही इससे मालदीव के किसी दूसरे देश के साथ रिश्तों पर असर होना चाहिए। हालांकि सरकार के संबंधित विभाग इस तरह की टिप्पणी करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कदम उठाने से नहीं हिचकेंगे।”
दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर बढ़ते विवाद के मद्देनजर मालदीव सरकार के प्रवक्ता ने तीन मंत्रियों को निलंबित करने का एलान किया।
मालदीव के पूर्ण राष्ट्रपति ने की मरियम शिऊना की टिप्पणी की निंदा की
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने मंत्री मरियम शिऊना की टिप्पणी पर एतराज जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, ”मालदीव सरकार की एक प्रतिनिधि मरियम शिऊना कितनी खतरनाक भाषा बोल रही हैं। वो भी एक ऐसे प्रमुख सहयोगी देश (भारत) के नेता के लिए, जिससे संबंध मालदीव की सुरक्षा और समृद्धि के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।”
मोहम्मद नशीद ने आगे लिखा,”मुइज्जू सरकार को इन टिप्पणियों से खुद को दूर रखना चाहिए और भारत को स्पष्ट आश्वासन देना चाहिए कि वे इस तरह की नीति को कतई प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। भारत हमारा अच्छा दोस्त है।”
क्या है पूरा विवाद?
पिछले हफ्ते मालदीव के उप मंत्री, अन्य कैबिनेट सदस्यों और सरकारी अधिकारियों द्वारा पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बारे में अपमानजनक कमेंट देने के बाद एक बड़ा विवाद पैदा हो गया था। बता दें कि 2 जनवरी को, पीएम मोदी ने केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप का दौरा किया और कई तस्वीरें साझा की थी। इसके बाद से ही लक्षद्वीप चर्चा में है।
मावदीव को भारत के टूरिस्ट की जरूरत
बता दें कि भारतीय टूरिस्ट हर साल बड़ी संख्या में मालदीव जाते हैं. साल 2018 में भारत से इतने ज्यादा सैलानी मालदीव पहुंचे थे कि भारत मालदीव में टूरिस्ट्स आगमन का 5वां सबसे बड़ा सोर्स था. जानकारी के मुताबिक 14,84,274 पर्यटकों में से लगभग 6.1% (90,474 से अधिक) टूरिस्ट भारत से थे. हालांकि 2019 में भारत से मालदीव जाने वाले सैलानियों की संख्या 2018 की तुलना में बढ़कर लगभग दोगुनी हो गई थी. 2019 में 1,66,030 सैलानी मालदीव गए थे.