प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा है कि प्रवासी भारतीयों ने एकता और विविधता की भारतीय भावना को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभाई है.
महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से भारत वापसी के दिन ( 9 जनवरी 1915) को समर्पित यह दिवस बेहद खास है. क्योंकि इस दिन उन सभी प्रवासी भारतीयों का सम्मान दिया जाता है जो विदेशों में रहकर भारत का मान सम्मान बढ़ा रहे हैं.
क्या कहा पीएम नरेंद्र मोदी ने
अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट के जरिए एक पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, “प्रवासी भारतीय दिवस की शुभकामनाएं. यह दुनिया भर में भारतीय प्रवासियों के योगदान और उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन है. हमारी समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और वैश्विक संबंधों को मजबूत करने के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है. वे दुनिया भर में भारत की भावना का प्रतीक हैं, एकता और विविधता की भावना को बढ़ावा देते हैं.” पीएम मोदी के इस पोस्ट को बड़ी संख्या में लोग लाइक, शेयर और रिट्वीट कर रहे हैं.
Greetings on Pravasi Bharatiya Diwas. This is a day to celebrate the contributions and achievements of the Indian diaspora worldwide. Their dedication towards preserving our rich heritage and strengthening global ties is commendable. They embody the spirit of India across the…
— Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2024
क्यों मनाया जाता है प्रवासी भारतीय दिवस?
प्रवासी भारतीय दिवस का संबंध महात्मा गांधी से है. दरअसल 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत वापस लौटे थे. दक्षिण अफ्रीका में अंग्रेजों के खिलाफ जबरदस्त अहिंसक आंदोलन के बाद भारत में उन्होंने कांग्रेस की कमान संभाली थी और स्वतंत्रता आंदोलन की बिगुल फूंका था. महात्मा गांधी के आगमन और स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत करने की याद में हर साल इस दिन प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है.
अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी शुरुआत
प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 2002 में की थी. उसी साल पहला प्रवासी भारतीय दिवस मनाया गया था. एक आंकड़े के अनुसार करीब 48 देशों में प्रवासी भारतीय फैले हैं. जिनकी जनसंख्या करीब 2 करोड़ है. भारतीय अर्थव्यवस्था में प्रवासी भारतीयों की बड़ी भूमिका है.
सबसे अधिक विदेशी धन भेजते हैं प्रवासी भारतीय
विदेशों में कमाई करके स्वदेश में धन भेजने के मामले में भारतीय प्रवासी सबसे आगे हैं. विश्व बैंक के अनुसार 2020 में जब दुनिया कोविड की चपेट में थी, उस समय भारत को 83 अरब डॉलर का रेमिटेंस प्राप्त हुआ था. 2021 में यह राशि बढ़कर 87 अरब डॉलर हो गई थी. इन्हीं प्रवासी भारतीयों के सम्मान में यह दिवस मनाया जाता है.