प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु से अपने मंत्री एल मुरुगन के घर पोंगल मनाएंगे. रविवार 14 जनवरी सुबह दस बजे मुरुगन के सरकारी निवास एक कामराज लेन पर पोंगल का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. पिछले साल पीएम मोदी अप्रैल में तमिल नव वर्ष पुथांडु मनाने भी मुरुगन के घर गए थे. पुथांडु को दुनिया भर में तमिल लोग उत्साह के साथ मनाते हैं.
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तमिल काशी संगम का आयोजन भी होता है. नए संसद भवन में सेंगोल की स्थापना भी की गई है. प्रधानमंत्री कई मौकों पर तमिल को दुनिया की सबसे पुरानी भाषा बता कर उसकी तारीफ कर चुके हैं. इस साल की शुरुआत भी उन्होंने तमिलनाडु और लक्षद्वीप के दौरे से की है. आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी दक्षिण भारत पर खासतौर से ध्यान केंद्रित कर रही है.
‘मुरुगन के घर मनाया था पुत्ताण्डु’
वहीं, पिछले साल अप्रैल में तमिल नव वर्ष पुत्ताण्डु मनाने के लिए भी मुरुगन के घर पहुंचे थे. पुत्ताण्डु को तमिल भाषीलोगों दुनिया भर में काफी उत्साह और धूमधाम से मनाते हैं.
वहीं, पीएम मोदी नए साल की शुरुआत दक्षिण भारत के दौरे से की. पीएम मोदी के यात्रा कार्यक्रम में तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल का दौरा शामिल था. उन्होंने ये दौरा 2 और 3 जनवरी को किया था. वह 2 जनवरी को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लिया था. इसके बाद पीएम मोदी ने केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में एक जनसभा को संबोधित किया था.
पीएम मोदी अप्रैल में कर चुके केरल का दौरा
अगले दिन 3 जनवरी को प्रधानमंत्री ने केरल में दो स्थानों पर कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था. पीएम मोदी ने अप्रैल में केरल का दौरा किया था. अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने राज्य की पहली वंदे भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई थी. पिछले साल अक्टूबर में पीएम मोदी ने अपनी तेलंगाना यात्रा के दौरान 13,500 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला रखी थी. ये परियोजनाएं सड़क, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, रेलवे सहित तमाम क्षेत्रों को कवर करती हैं.
क्या है पोंगल
पोंगल दक्षिण भारत के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है. पोंगल मुख्य रूप से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में मनाया जाता है. माना जाता है कि दक्षिण भारतीय फसल की कटाई के बाद अपनी खुशी व्यक्त करने के लिए पोंगल मनाते हैं. इस दिन लोग समृद्धि लाने के लिए भगवान इंद्र की पूजा करते हैं. बता दें कि पोंगल का त्योहार चार दिन मनाया जाता है, जिसमें अलग-अलग दिन अलग-अलग भगवान की पूजा की जाती है.