अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले गुरुवार (18 जनवरी) को भगवान रामलाल की प्रतिमा को मंदिर के गृर्भग्रह में स्थापित किया जाना है. इसके लिए शुभ मुहूर्त का समय फाइनल हो गया है. रामलला के विग्रह को गर्भग्रह में स्थापित करने का मुहूर्त दोपहर 1.20 से 1.28 के बीच है. सभी 131 वैदिक दोपहर 12 बजे राम जन्मभूमि गर्भगृह पहुंचेंगे. इसी मुहूर्त में विग्रह को स्थापित किया जाएगा और 24 अलग अलग पद्धतियां से पूजन प्रक्रिया शुरू होगी.
कल ही मंदिर परिसर में आ गई थी मूर्ति
इस मौके पर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के मुख्य आचार्य पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि 16 स्तंभ 16 देवताओं के प्रतीक हैं. मंडप के चार द्वार चार वेदों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इसी प्रकार द्वार के दो-दो द्वारपाल चारों वेदों की दो-दो शाखाओं के प्रतिनिधि हैं. बता दें साढ़े 500 साल के संघर्ष के बाद श्रीराम जन्मभूमि को मुक्त कराया गया है. अब 22 जनवरी को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. इसको लेकर समूचे देश में हर्ष और उत्साह का माहौल है.
अयोध्या में किया गया कलश पूजन
वहीं, प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या में कई तरह के अनुष्ठान चल रहे हैं. इसके तहत बुधवार को सरयू नदी के तट पर कलश पूजन किया गया. प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले हो रहे अनुष्ठान की शुरुआत मंगलवार से हुई है, जो 21 जनवरी तक चलने वाली है. सरयू नदी के तट पर ‘यजमान’ (मुख्य यजमान) के जरिए कलश पूजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा, उनकी पत्नी और अन्य लोगों ने कलश पूजन किया.
कब और कितने बजे होगी प्राण प्रतिष्ठा?
मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होने वाला है. प्राण प्रतिष्ठा की शुरुआत दोपहर 12.20 बजे होने वाली है, जो दोपहर एक बजे तक चलेगा. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाषण देने वाले हैं. इस कार्यक्रम में 8000 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद जताई गई है. हालांकि, सिर्फ कुछ ही लोगों को राम मंदिर के गर्भगृह के भीतर जाने की इजाजत मिलने वाली है.
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम मोदी होंगे मुख्य यजमान
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मुख्य अर्चक पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने कहा है कि पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे. अभी तक ये माना जा रहा था कि राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान में यजमान हो सकते हैं. हालांकि, पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने बुधवार को कहा कि पीएम मोदी ही यजमान होने वाले हैं. दीक्षित राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ स्थित भगवान राम मंदिर में और ओडिशा के एक मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम करवा चुके हैं.
7 दिन तक चलेगा प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम
अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 7 दिन तक चलेगा.
16 जनवरी को मंदिर ट्रस्ट, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से नियुक्त किए गए यजमान प्रायश्चित समारोह की शुरुआत हुई.
17 जनवरी को 5 साल के रामलला की मूर्ति के साथ एक काफिला अयोध्या पहुंचा. रामलला की मूर्ति गर्भगृह में लाई गई.
18 जनवरी को गणेश अंबिका पूजा, वरुण पूजा, मातृका पूजा, ब्राह्मण वरण और वास्तु पूजा के साथ औपचारिक अनुष्ठान शुरू होंगे.
19 जनवरी को पवित्र अग्नि जलाई जाएगी. नवग्रह की स्थापना और हवन किया जाएगा.
20 जनवरी को राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह को सरयू जल से धोया जाएगा, जिसके बाद वास्तु शांति और ‘अन्नाधिवास’ अनुष्ठान होगा.
21 जनवरी को रामलला की मूर्ति को 125 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा.
22 जनवरी की सुबह की पूजा के बाद दोपहर में ‘मृगशिरा नक्षत्र’ में रामलला के मूर्ति का अभिषेक किया जाएगा.
अयोध्या में लौटा ‘त्रेता युग’
प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या नगरी राममय हो गई है. हर जगह ‘जय श्रीराम-सीताराम’ की गूंज है. अयोध्या के हर घर, हर दुकान, हर प्रतिष्ठान में ‘राम-राम’ के जयकारे सुने जा सकते हैं. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में अयोध्या ‘त्रेता युग’ की तर्ज पर बदल रही है. रामपथ की दुकानों पर राम ध्वज लहरा रहे हैं. रामघाट से अयोध्या में प्रवेश करते समय एक होर्डिंग दिवाली समारोह की याद दिलाती है. रामभजन और रामायण से जुड़े गीत जब हवा में गूंजते हैं, तो रामभक्तों के दिलों में उत्साह पैदा करते हैं.
श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या नगरी का भी कायाकल्प हो रहा है. रामायण यूनिवर्सिटी, 100 से ज्यादा होटल और सोलर पार्क के साथ राम की नगरी अयोध्या की सूरत बदल रही है. अयोध्या के लिए बुधवार को एअर इंडिया एक्सप्रेस सर्विस की दो फ्लाइट शुरू की गई है. ये फ्लाइट कोलकाता और बेंगलुरु से अयोध्या को जोड़ेगी. सिविल एविएशन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका वर्चुअली उद्घाटन किया. इस दौरान सिंधिया ने कहा कि 17 दिन के अंदर अयोध्या को देश के चारों कोनों से जोड़ दिया गया है.
अयोध्या में चल रहे बड़े प्रोजेक्ट्स
अयोध्या में सिर्फ राम मंदिर ही नहीं बन रहा, बल्कि पूरी अयोध्या ही बदल रही है. यहां 30,923 करोड़ रुपये के 200 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं. 37 डिपार्टमेंट इन प्रोजेक्ट को पूरा करने में जुटे हैं. UP हाउसिंग एंड डेवलपमेंट बोर्ड ने 1200 एकड़ में न्यू अयोध्या टाउनशिप डेवलप करने का प्लान बनाया है.
यहां स्टेट गेस्ट हाउस, रेसिडेंशियल अपार्टमेंट के अलावा होटल्स भी बनेंगे. सीवेज सिस्टम डेवलपमेंट, वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट, नए पावर स्टेशंस के साथ ही अंडरग्राउंड केबलिंग का काम भी हो रहा है.