मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) की टीम कांके रोड स्थित सीएम आवास पहुंच गयी है. ईडी की टीम 6 गाड़ी से सीएम आवास पहुंची है. वहीं दिल्ली से आए तीन अधिकारी भी टीम के साथ मौजूद हैं. वहीं ईडी टीम 1.03 बजे सीएम आवास में घुसी, सीएम आवास में जाने से पहले गेट पर स्पेशल ब्रांच के पुलिसकर्मियों के पास ईडी के अधिकारियों की जो सूची थी, उससे मिलान किया गया.
जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम सीएम और उनके पारिवारिक सदस्यों द्वारा अर्जित संपत्ति के आर्थिक स्रोतों से जुड़े सवाल पूछ सकती है. साथ ही संबंधित बिंदुओं पर मुख्यमंत्री का बयान भी दर्ज किया जायेगा. इस दौरान विधि-व्यवस्था के साथ ईडी ऑफिस व अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर पूरी तैयारी की गयी है.वहीं एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा भी सीएम हाउस के बाहर मौजूद हैं. उन्होंने सीएम हाउस के बाहर सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल ली है.
900 पुलिस अफसर और जवान तैनात
ईडी ऑफिस से लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर सुरक्षा में कुल 900 पुलिस अफसर और जवान तैनात किये गये हैं. ईडी ऑफिस और मुख्यमंत्री आवास के बाहर बैरेकेडिंग की गयी है.गौरतलब है, कि सीएम को ईडी ने पहली बार 14 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन छह समन के बाद भी सीएम का पत्र ही ईडी दफ्तर पहुंचता रहा, लेकिन सीएम ईडी के सामने उपस्थित नहीं हुए. इसके बाद सीएम को सातवां समन भेज आखिरी मौका देने की बात ईडी ने लिखी थी. सातवें समन पर भी उपस्थित नहीं होने के बाद ईडी ने कानूनी प्रकियाओं का उल्लेख करते हुए फिर से समन और पत्र भेज दिया था. जिसे ईडी का आठवां समन माना गया था.
भानु प्रताप प्रसाद के यहां से मिले दस्तावेज और बड़गाईं जमीन को लेकर पूछताछ
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बड़गाई में 4.55 एकड़ जमीन के मालिकाना हक और उसकी खरीद के विषयों पर पूछताछ होगी. इस जमीन के दस्तावेज 13 अप्रैल 2023 को बड़गाईं अंचल के राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के यहां से मिले थे ,तब पूछताछ में भानु और बड़गाईं सीओ मनोज कुमार ने इस जमीन को सीएम के होने की बात एजेंसी के अधिकारियों को बतायी थी.
सीएम ने कहा था, 20 जनवरी को पूछताछ कर सकती है ईडी
सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी के अधिकारियों को 15 जनवरी को पत्र लिखकर 20 जनवरी को कांके रोड स्थित अपने सरकारी में पूछताछ के लिए आने की स्वीकृति दी थी. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक कर्मी के माध्यम से पत्र ईडी के जोनल कार्यालय को भेजा गया था. इसमें 20 जनवरी की तिथि निर्धारित करने की बात थी. इसके साथ ही ईडी ने पूछताछ की तैयारी आरंभ कर दी थी.
ईडी ने दी थी कार्रवाई करने की चेतावनी
अपने अंतिम समन में ईडी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि वे समय, तिथि और स्थान निर्धारित कर दें. ईडी उसी मुताबिक पूछताछ करने आयेगी. समन पर उपस्थित नहीं होने को लेकर ईडी ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में कहा था कि उसे पीएमएल अधिनियम में अवहेलना मामले में कार्रवाई की शक्तियां मिली हुई है. ईडी ने 16 से 20 जनवरी के बीच यह स्पष्ट करने को कहा था कि वे स्वयं ईडी कार्यालय आयेंगे या फिर ईडी को अपने पास पूछताछ के लिए बुलायेंगे. ईडी ने अपने पत्र में यह भी जिक्र किया था कि कोई कार्रवाई होती है तो विधि-व्यवस्था बिगड़ने की भी संभावना बनेगी. ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री अपने संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को विधि-व्यवस्था संभालने संबंधित निर्देश भी जारी कर दें, ताकि स्थिति नहीं बिगड़े.
ईडी ने सीएस, डीजीपी को लिखा था पत्र
सीएम से पूछताछ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और विधि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर ईडी ने मुख्य सचिव, डीजीपी और रांची एसएसपी को भी पत्र लिखा था. ईडी के पत्र मिलने के बाद रांची पुलिस के द्वारा सीएम हाउस, ईडी के रांची जोनल ऑफिस के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है. ईडी के अफसर जो सीएम हाउस में पूछताछ के लिए जायेंगे, उनके लिए भी ईडी कार्यालय से सीएम हाउस तक विशेष तौर पर एस्कॉर्ट की व्यवस्था की गयी थी.
ईडी ने सीएम को बयान लेने के लिए कब-कब बुलाया
जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन का बयान लेने के लिए 14 अगस्त 2023 को पहला समन भेजा था. दूसरा समन जारी कर 24 अगस्त को, तीसरे समन पर 9 सितंबर, चौथे समन पर 23 सितंबर, पांचवें समन पर 4 अक्टूबर और छठे समन पर 12 दिसंबर को बुलाया था. लेकिन सातवें समन का तरीका बदल गया. ईडी ने सीएम से कह दिया कि आप 30 दिसंबर से 5 जनवरी के बीच बयान दर्ज कराने के लिए ईडी दफ्तर आयें या खुद जगह तय करें. आठवीं बार ईडी ने 13 जनवरी को पत्र जारी कर स्पष्ट कर दिया कि अगर 16 से 20 जनवरी के बीच आप नहीं आते हैं तो टीम को खुद आपके पास आना पड़ेगा.