फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर देश में सियासत गर्म है. जहां एक तरफ बंगाल में इसे बैन किया गया है तो बीजेपी शासित राज्यों में इसे टैक्स फ्री किया जा रहा है. वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी गुवाहाटी में गुरुवार को अपनी फैमिली और कैबिनेट टीम के साथ ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म देखी. इसको देखने के बाद सीएम ने कहा कि फिल्म को बैन करने की जरुरत ही नहीं है, क्योंकि इसकी कहानी किसी समुदाय का विरोध नहीं करती बल्कि ये तो आतंकवाद के खिलाफ है.
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर हुए सुदीप्तो सेन की फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसी मुद्दों पर हिमंत बिस्वा सरमा ने ममता बनर्जी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ‘द केरला स्टोरी’ मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ सभी मासूम लड़कियों के खिलाफ रची गई साजिश को दिखाती है. उन्होंने कहा कि बंगाल में फिल्म को बैन करने से पहले सीएम ममता बनर्जी को इसे देखना चाहिए था.
दरअसल सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल में फिल्म को बैन कर दिया था. इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि सरकार ने फिल्म द केरला स्टोरी पर प्रतिबंध लगाया है. उन्होंने कहा कि ये फैसला नफरत फैलने और पश्चिम बंगाल में शांति बनाए रखने के लिए है.
बता दें कि इस फिल्म के रिलीज होने से पहले ही इसको लेकर कंट्रोवर्सी शुरु हो गई थी. इस पर एक खास समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप लगाया गया. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों ने इस फिल्म का समर्थन किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कर्नाटक में एक रैली में ‘द केरल स्टोरी’ का जिक्र किया और कहा कि फिल्म ने समाज में आतंकवाद को उजागर किया है. पीएम मोदी ने कहा था कि एक तरफ फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ समाज में आतंकवाद के असर को सामने लाने की कोशिश कर रही है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अब इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाकर आतंकवाद का समर्थन कर रही है.
बता दें कि बीजेपी शासित राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा ने फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है. वहीं असम के सीएम सरमा ने लोगों से अपील की कि वह इसको अपनी बेटियों के साथ जरुर देखें. साथ ही उन्होंने माता-पिता से बच्चों पर नजर रखने और वह किसके साथ दोस्ती करते हैं, इस पर भी नजर रखने का आग्रह किया है. जानकारी के अनुसार सुदीप्तो सेन ने इस फिल्म का निर्देशन किया है. इस फिल्म की कहानी आतंकवादी समूह आईएसआईएस द्वारा लड़कियों के अपहरण और भर्ती पर आधारित है.