कलकत्ता से अयोध्या जा रहा जहाज अति संवेदनशील तटबंध कटरिया चांदपुर तटबंध के कटरिया गांव के पास बने ठोकर नम्बर एक के करीब सरयू नदी के उथल में फस गया है. जिसको निकालने के लिए जहाज के कर्मचारी लगे हुए हैं. लेकिन मंगलवार की शाम तक उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी है. इस जहाज के फंसने से आस पास के सैकड़ों ग्रामीण नदी के किनारे तमासा देखने पहुंच गए. सूचना मिलते ही पुलिस और बाढ़ विभाग की टीम मौके पर पहुंची.
पीएम मोदी के अयोध्या से कोलकाता जलमार्ग की परिवहन सेवा के उद्घाटन कार्यक्रम में इसे शामिल होना था। जलयान के स्टॉफ से सम्पर्क नहीं हो पाने के कारण जलयान से सम्बंधित अन्य जानकारी नहीं मिल सकीं।
जानकारी के अनुसार कोलकाता के सागर आइलैंड से सात जनवरी को निकला कैटमारान इलेक्ट्रिक जहाज कई बाधाओं को पार करता हुआ अयोध्या जा रहा है. पोत परिवहन और जल मार्ग मंत्रालय ने कोलकाता से अयोध्या तक घाघरा नदी को राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 40 घोषित किया है. इसी के साथ कोलकाता व अयोध्या को जलमार्ग से जोड़ने की योजना शुरू की गई है। इसकी लम्बाई लगभग 353 किलोमीटर है। मंत्रालय की ओर से इसके लिए पहले से ही शेड्यूल जारी किया गया था, जिसके तहत यह जलयान चल रहे थे। सैकड़ो किलोमीटर लम्बे इस जल मार्ग का शेड्यूल विभाग ने जारी कर दिया था. इस जलयान को 17 जनवरी तक अयोध्या पहुंच जाना था. लेकिन घाघरा नदी में कई स्थानों पर पीपा पुल खोलने, कोहरे के कारण दिशा भ्रम और कई स्थानों पर पानी का जलस्तर कम होने के कारण यह भारी भरकम जहाज जगह जगह फंस जा रहा है. ऐसे में जलयान को अभी दो तीन दिन और अयोध्या पहुंचने में और लग सकते है.
पानी कम होने से फंस रहा जलयान
रास्तेभर मुसीबतों का आलम यूपी की सरहद में पहुंचने के बाद से ही जलयान को जगह-जगह परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरयू नदी में जगह-जगह जलस्तर काफी कम है। कुछ जगहों पर पीपे का पुल खोलना पड़ा तो कुछ जगहों पर पुल निर्माणाधीन होने के कारण भी समस्या रही। जहाज में बालू को हटाकर तल को गहरा करने के लिए मशीनें भी लगी हुई हैं, जिसकी सहायता से बालू निकाल कर रास्ता बनाया जा रहा था।
सोमवार को कटरिया चांदपुर तटबंध के पास से जा रहा बस्ती जिले की सीमा से जहाज तटबंध के कटरिया गांव के पास बने ठोकर नम्बर एक के सामने पानी कम होने की वजह से फंस गया. मंगलवार की सुबह से ही फंसे जहाज के निकालने के लिए जलयान के कर्मचारी लगे हुए थे. दोपहर करीब बारह बजे जहाज निकल गया लेकिन करीब चार सौ मीटर आगे जाने पर एक बार फिर फंस गया. देर शाम तक कामयाबी रेस्क्यू टीम को सफलता नहीं मिल सकी थी. हालांकि नदी में जगह-जगह पहले से ही अधिक गहराई वाले स्थानों पर झंडा लगाया गया था. वही बाढ़ खंड के भी कर्मचारी ठोकर के पास मौजूद रहे. सरयू नदी में फंसे जल यान को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी रही.