चीन में आग लगने का बड़ा हादसा हो गया है। आग लगने से 25 लोगों की मौत की खबर है। रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय सरकार का कहना है कि चीन के दक्षिणपूर्वी जियांग्शी प्रांत में आग लगने से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन के दक्षिणी जियांग्शी प्रांत में बुधवार को कुछ दुकानों के बेसमेंट में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय सरकार ने इस घटना की जानकारी दी। यही नहीं, ज़िन्यू शहर में लगी आग में भी लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है, सरकारी बयान में यह नहीं बताया गया है कि कितने लोग घायल हुए हैं।
चीन में पहले भी हो चुकी है आग लगने की घटनाएं
इससे पहले पिछले दिनों भी चीन में आग की अलग अलग घटनाएं हुई थीं। इन घटनाओं में 21 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में कई स्कूली स्टूडेंट भी शामिल हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि पहली घटना हेनान प्रांत के यानशानपु गांव की थी, जहां शुक्रवार रात को ही करीब 11 बजे यिंगकाई स्कूल में आग लगने की सूचना मिली। इस हादसे में अब तक 13 छात्रों की मौत हो गई।
आग पर पाया गया काबू
स्थानीय अग्निशमन विभाग ने बताया कि इस हादसे के बाद बचाव कर्मी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए और आग पर काबू पाया। समाचार एजेंसी ने चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के हवाले से बताया कि आग में झुलसने के कारण एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था।
चीन में आग लगने की घटना आम
रिपोर्ट के मुताबिक चीन में अक्सर सुरक्षा मानकों को लागू करने में ढिलाई के कारण ऐसी घटनाएं होती हैं। इसी साल जुलाई के महीने में देश के उत्तर-पूर्व में एक स्कूल जिम की छत गिरने से 11लोगों की मौत हो गई थी। उससे ठीक 1 महीने पहले चीन के उत्तर-पश्चिमी में एक बारबेक्यू रेस्तरां में आग लगने की वजह से 31 लोग मारे गए थे।
चीन में आए दिन आग लगने की दुर्घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान भी शुरू की गई थी। इसी साल अप्रैल में बीजिंग के एक अस्पताल में आग लगने से 29 लोगों की मौत हो गई और बचे लोगों को जान बचाने के लिए खिड़कियों से बाहर कूदने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस घटना के बाद लोगों में गुस्सा फैल गया क्योंकि कई लोगों ने इस घटना पर रिपोर्टिंग की कमी पर सवाल उठाया। लोग इस बात से भी नाराज थे कि मरीजों के रिश्तेदारों को पहले क्यों सूचित नहीं किया गया। चीन के तियानजिन में साल 2015 में इतिहास की सबसे बड़ी दुर्घटना घटित हुई थी, जब एक केमिकल के गोदाम में विस्फोट हो जाने की वजह से 165 लोग मारे गए थे।