झारखंड मुक्ति मोर्चा के चंपई सोरेन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णनन ने शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. मुख्यमंत्री के अलावा दो मंत्रियों ने भी शपथ ली है. शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम हैं – आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता. जानकारी के मुताबिक शपथ लेते ही विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया है ताकि किसी भी तरह की पार्टी में टूट को रोका जा सके. 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है.
शपथ लेने से पहले राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को सूबे का मुख्यमंत्री नियुक्त किया था. शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के दरबाल हॉल में आयोजित हुई. हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद झट से चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा बुधवार ही को पेश कर दिया था मगर कल पूरे दिन नए सरकार गठन को लेकर असमंजस की स्थिति रही.
#WATCH | JMM vice president Champai Soren takes oath as the Chief Minister of Jharkhand, at the Raj Bhavan in Ranchi.
This comes two days after Hemant Soren's resignation as the CM and his arrest by the ED. pic.twitter.com/WEECELBegr
— ANI (@ANI) February 2, 2024
झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर तकरीबन 4 साल काम करने के बाद हेमंत सोरेन ने इस बुधवार को इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के बाद प्रदेश में राजनीतिक संकट गहराने लगा. पहले खबरें आईं थी कि सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सत्ता की बागडोर सौंपेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
कौन हैं आलमगीर आलम?
आलमगीर आलम पहली बार साल 2000 में अविभाजित बिहार में राबड़ी देवी की सरकार में हंस्तकरघा विभाग के मंत्री बने थे. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष तक का सफर तय किया है. वह वर्ष 2000 ,2005 , 2014 और 2019 में चुनाव जीत कर विधायक बने. मधु कोड़ा की सरकार में 2 वर्ष तक वह विधानसभा अध्यक्ष रहे. वर्ष 2014 और 2019 के चुनाव के बाद उन्हें झारखंड प्रदेश कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया था.
#WATCH | Congress' Alamgir Alam takes oath as a minister in the Jharkhand cabinet, at the Raj Bhavan in Ranchi. pic.twitter.com/CUZLKEkMDy
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वहीं, आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता चतरा विधानसभा सीट से निर्वाचित विधायक हैं. वह तीन बार बन चुके हैं झारखंड में मंत्री. चंपई सोरेन कैबिनेट से पूर्व वह हेमंत सोरेन और अर्जुन मुंडा की कैबिनेट में मंत्री रहे हैं. सत्यानंद भोक्ता ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी से की थी. वह वर्ष 2000 और 2004 में बीजेपी के टिकट पर निर्वाचित हुए थे. 2019 में आरजेडी में शामिल हुए और विधायक के रूप में जीत दर्ज कर हेमंत सोरेन की कैबिनेट में श्रम मंत्री बने. सत्यानंद भोक्ता चतरा जिला के सदर प्रखंड के कारी गांव के रहने वाले हैं ,
RJD's Satyanand Bhokta takes oath as a minister in the Jharkhand cabinet, at the Raj Bhavan in Ranchi. pic.twitter.com/VBlovm1q03
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5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट
झारखंड कांग्रेस के प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा है कि नई सरकार 10 दिन के भीतर बहुमत साबित करेगी. वहीं एक और जानकारी के मुताबिक 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है.कांग्रेस, झामुमो और राष्ट्रीय जनता दल की गठबंधन सरकार के तौर पर चंपई सोरेने ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों के टूटने की भी अटकलें थी. इस पर चंपई सोरेन ने कहा था हम एकजुट हैं, हमारा गठबंधन मजबूत है और हमें कोई तोड़ नहीं सकता.”
Congress' Alamgir Alam takes oath as a minister in the Jharkhand cabinet, at the Raj Bhavan in Ranchi. pic.twitter.com/ViuNIjGxhB
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10 दिन के अंदर साबित करना होगा बहुमत
इससे पहले JMM विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने गवर्नर से जल्द से जल्द सरकार बनाने के उनके दावे को स्वीकार करने का आग्रह किया था, क्योंकि राज्य में ‘भ्रम’ की स्थिति बनी हुई थी। बुधवार को मुख्यमंत्री पद से हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में CM न होने की वजह से ‘भ्रम’ की स्थिति पैदा हो गई थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। कांग्रेस राज्य में JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन की सहयोगी पार्टी है।
टाइगर नाम से भी जाने जाते हैं चंपई सोरेन
चंपई सोरेन को लोग झारखंड टाइगर के नाम से भी बुलाते हैं। चंपई ने 1991 में पहली बार सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी। सोरेन की जीत इसलिए बड़ी थी क्योंकि उन्होंने कद्दावर JMM सांसद कृष्णा मार्डी की पत्नी को हराया था। बाद में 1995 में JMM के टिकट पर जीत हासिल की, लेकिन वर्ष 2000 में BJP के अनंतराम टुडू से चुनाव हार गए थे। इसके बाद वर्ष 2005 से लगातार सरायकेला से विधायक रहे हैं। 2019 में सोरेन ने BJP के गणेश महली को हराया था।