अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मामले पर गुरुवार को बयान दिया। जायसवाल ने कहा, ” पांच भारतीय छात्र हैं जिनकी मौत हुई है। इनमें भारतीय प्रवासी छात्र भी शामिल हैं। इन पाचों में से दो भारत के नागरिक हैं और बाकी तीन भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं।
"No foul play, no interconnectedness": MEA on deaths of Indian students in US
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— ANI Digital (@ani_digital) February 8, 2024
जायसवाल ने आगे कहा, “विवेक सैनी की हत्या करने वाले अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है। स्थानीय अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं और इसे आगे बढ़ा रहे हैं। दूसरे मामले में भी प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार कोई गड़बड़ी नहीं है, लेकिन हम मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। हम भारतीय नागरिकों की हत्या के मामलों में अमेरिका में स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं।”
भारतीय छात्र समीर कामथ पांच फरवरी मृत पाया गया था
इंडियाना राज्य के पर्ड्यू विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र समीर कामथ को पांच फरवरी मृत पाया गया था। इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि छात्र ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है। उसके सिर में गोली लगी है।
#WATCH | On Indian students death in US, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, " "There are 5 Indian students who have died…that also includes students from India diaspora, of this 5, 2 are India nationals and rest 3 are of Indian origin but US nationals…culprit behind Vivek… pic.twitter.com/cQwtCYdnb7
— ANI (@ANI) February 8, 2024
छात्र नील आचार्य अचानक लापता हुआ
वहीं, पिछले महीने एक अन्य पर्ड्यू छात्र (19 वर्षीय) नील आचार्य के लापता होने की सूचना मिली थी। बाद में वह पर्ड्यू विश्वविद्यालय वेस्ट लाफायेट परिसर में मृत पाए गए थे। नील आचार्य अमेरिकी नागरिक थे। अधिकारियों ने कहा है कि आचार्य पर शव परीक्षण के दौरान कोई आघात या महत्वपूर्ण चोटें नहीं पाई गईं और इस समय किसी भी तरह की गड़बड़ी का संदेह नहीं है।
विवेक सैनी की पीट-पीटकर हुई थी हत्या
इसके अलावा पिछले महीने ही जॉर्जिया में 25 वर्षीय भारतीय छात्र विवेक सैनी की एक बेघर नशेड़ी ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस महीने की शुरुआत में एक अन्य भारतीय छात्र सैयद मजाहिर अली का शिकागो में तीन अज्ञात लोगों ने पीछा किया और बेरहमी से हमला किया। अली हैदराबाद के रहने वाले थे और शिकागो में सूचना प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर कर रहे थे।