राजधानी जयपुर से बड़ी खबर सामने आई है. जयपुर में बाल सुधार गृह से 22 बाल अपचारी एक साथ फरार हो गए. इसकी सूचना मिलते ही महकमे के अधिकारी और पुलिसकर्मी सन्न रह गए. फरार हुए अधिकांश बाल अपचारी गंभीर आपराधिक मामलों में निरुद्ध थे. ये बाल अपचारी आधी रात को दीवार में सुराख करके और खिड़कियां तोड़कर कर भागे हैं. अब पुलिसकर्मी उनकी खोजबीन में भागदौड़ कर रहे हैं. एक बाल अपचारी को पकड़े जाने की सूचना है लेकिन शेष का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है.
पुलिस के अनुसार बाल अपचारियों के फरार होने की यह घटना राजधानी जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर थाना इलाके की सेठी कॉलोनी में स्थित बाल सुधार गृह हुई है. वहां से रविवार रात को 22 बाल अपचारी एक साथ दीवार में सुराख कर और खिड़कियां तोड़कर फरार हो गए. इतनी बड़ी संख्या में बाल अपचारियों ने एक साथ भागने की प्लानिंग बनाई और वहां के स्टाफ को इसकी भनक तक नहीं लग पाई.
सोमवार को सुबह बाल अपचारियों के गायब मिलने पर जब उनकी खोजबीन शुरू की गई तब इसका पता चला. बाद में वहां मौजूद स्टाफ ने जांच-पड़ताल की तो नजारा देखकर वे हक्के-बक्के रह गए. उसके बाद आलाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई. इस पर वे मौके पर पहुंचे. बाद में पुलिस की टीमें बाल अपचारियों की धरपकड़ के लिए दौड़ाई गई. इस भागदौड़ के बाद एक बाल अपचारी को फिर से पकड़ लिया गया बताया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में बाल अपचारियों के बाल सुधार गृह से भागने की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी जयपुर समेत विभिन्न बाल सुधार गृहों से बाल अपचारियों के भागने की वारदातें हो चुकी हैं. पहले भी एक साथ कई बाल अपचारी फरार हो चुके हैं. बताया जा रहा है कि सुरक्षा इंतजामों की कमी और लापरवाही की वजह से बार-बार ये घटनाएं हो रही हैं. उल्लेखनीय है कि जयपुर में इससे पहले बीते वर्ष जून माह के अंत में 15 बाल अपचारी फरार हो गए. वे सभी आधी रात के बाद बाथरूम के पीछे बनी चिमनी की जाली हटाकर फरार हो गए थे. उस समय वहां 3 सुरक्षाकर्मी तैनात थे.
बच्चों का रिकॉर्ड पुलिस ने बाल सुधार गृह से लिया
बच्चों का रिकॉर्ड पुलिस ने बाल सुधार गृह से ले लिया है। बच्चों के घरों के आसपास के पुलिस थानों को इस बारे में सूचना दी गई है। बच्चों की तलाशी के लिए टीम गठित की गई है। फरार होने वाले बच्चे करीब दो साल से बाल सुधार गृह में रह रहे थे।
बाहरी व्यक्ति ने बच्चों को फरार करवाने में की मदद
बाहरी व्यक्ति की ओर से मदद की आशंका पुलिस के अनुसार अब तक की जांच में सामने आया है कि किसी बाहरी व्यक्ति ने बच्चों को फरार करवाने में मदद की है। पहले बच्चों ने गैस कटर से खिड़की के सरिये काटे और फिर फरार हुए। गैस कटर बच्चों तक कैसे पहुंचा, इस बात की जांच की जा रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं बाल सुधार गृह का कोई कर्मचारी तो इस मामले में शामिल नहीं है।