एशिया में मुकेश अंबानी का डंका बजता ही थी. अब उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का भी बजने लगा है. रिलायंस इंडस्ट्रीज एशिया की उन गिनी चुनी कंपनियों में से एक हो गई है. जिसकी वैल्यूएशन 20 लाख करोड़ रुपए है. खास बात तो ये है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जैक मा के अलिबाबा ग्रुप को भी इस मामले में पीछे छोड दिया है. रिलायंस से आगे अब टोयोटा है. जिसका मार्केट कैप भारतीय रुपए में 31 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है.
बाजार के खुलने के दो घंटे में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया है और कंपनी के मार्केट कैप ने नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया. बीते कुछ समय से ट्रेड पंडितों की ओर से कहा जा रहा था कि रिलायंस इस जादुई आंकडें को छू लेगी. लेकिन किसी को इस बात का यकीन नहीं था कि वो वक्त इतनी जल्दी आ जाएगा. मंगलवार को कंपनी के शेयर में करीब दो फीसदी की तेजी देखने को मिली है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर रिलायंस इंडस्ट्रीज के आंकडें शेयर बाजार में किस तरह के देखने को मिल रहे हैं.
रिकॉर्ड लेवल पर रिलायंस इंडस्ट्रीज
13 मार्च 2024 इतिहास के पन्नों पर दर्ज हो चुका है. इस दिन देश की कोई सिंगल कंपनी 20 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन पर पहुंची है. वैसे कंपनी के शेयर में आज 1.88 फीसदी की तेजी देखने को मिली और कंपनी का शेयर रिकॉर्ड 2957.80 रुपए पर पहुंच गया. वैसे आज कंपनी का शेयर 2910.40 रुपए की मामूली तेजी के साथ ओपन हुआ था. एक दिन पहले कंपनी का शेयर 2902.95 रुपए के साथ क्लोज हुआ था. जानकारों की मानें तो कंपनी का शेयर जल्द ही 3000 रुपए के लेवल को क्रॉस कर जाएगा.
हफ्ते में एक लाख करोड़ बढ़ी वैल्यू
पिछले दो हफ्तों के दौरान ही कंपनी के स्टॉक की मार्केट कैप लगभग 1 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टॉक्स ने 19 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा 29 जनवरी को ही छुआ था. साल 2024 में रिलायंस को लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. इन चंद दिनों में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर लगभग 14 फीसदी ऊपर चले गए हैं.
12 महीनों में 40 फीसदी ऊपर गए शेयर
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में पिछले एक साल से ही तेजी का रुख है. कंपनी के शानदार प्रदर्शन के चलते पिछले 12 महीनों में शेयर लगभग 40 फीसदी ऊपर गए हैं. इसमें अच्छा खासा योगदान आरआईएल की सब्सिडरी जिओ फाइनेंशियल सर्विसेज का है. जिओ का मार्केट कैप इस दौरान 1.70 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है. यह डीमर्जर से पहले के रेट पर पहुंच चुका है.
साल 2015 से ही ऊपर जा रहे रिलायंस के शेयर
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2015 के बाद से ही सालाना आधार पर निवेशकों पॉजिटिव रिटर्न दिए हैं. सिर्फ साल 2014 में ही कंपनी के शेयरों में 0.5 फीसदी की गिरावट आई थी. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 20 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा छूकर एक बार फिर भारतीय मार्केट में अपना दबदबा साबित कर दिया है. ऑयल से लेकर टेलिकॉम सेक्टर तक फैले कंपनी के डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो से इसकी स्थिति लगातार मजबूत होती जा रही है.
20 लाख करोड़ रुपए की हो गई कंपनी
खास बात तो ये है कि रिलांयस इंडस्ट्रीज देश की पहली ऐसी कंपनी बन गई है, जिसकी वैल्यूएशन 20 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया. वैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज एशिया में उन कंपनियों के क्लब में भी शामिल हो गई है, जिनकी वैल्यूएशन 20 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है. जैक मा की अलीबाबा ग्रुप की वैल्यूएशन 15 लाख करोड़ रुपए से भी नीचे चली गई है. इसका मतलब है कि रतन टाटा की टीसीएस अब अली बाबा ग्रुप से आगे पहुंच गए हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज से आगे अब जापानी ऑटो कंपनी टोयोटा है. जिसका मार्केट कैप 31 लाख करोड़ रुपए है.
सोमवार को कितना हुआ इजाफा
अगर बात आज की करें तो कंपनी की वैल्यूएशन में ठीक-ठाक इजाफा देखने को मिल चुका है. आंकड़ों के अनुसार कंपनी का एक दिन पहले मार्केट कैप 19.65 लाख करोड़ रुपए था. आज जब कंपनी का शेयर 52 हफ्तों के हाई पर पहुंचा तो कंपनी मार्केट कैप 20,01,801.57 करोड़ रुपए पर आ गया. इसका मतलब है कि दो घंटे के कारोबार में 37 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला. पिछले दो हफ्तों में कंपनी की वैल्यूएशन में एक लाख रुपए का इजाफा देखने को मिला है. 29 जनवरी को कंपनी की वैल्यूएशन में 19 लाख करोड़ रुपए का स्तर छू गया था. मौजूदा साल में कंपनी के शेयर में 14 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. मौजूदा समय में कंपनी का शेयर 1.20 फीसदी की तेजी के साथ 2937.65 रुपए पर कारोबार कर रहा है. कंपनी का मार्केट कैप 19.88 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है.
कुछ ऐसा रहा सफर
अगर बात शेयर बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के सफर की बात करें तो अगस्त 2005 में पहली बाजार कंपनी की वैल्यूएशन 1 लाख करोड़ रुपए होे गई थी. उसके बाद नवंबर 2019 यानी 15 साल के बाद कंपनी की वैल्यूएशन आंकड़ा 10 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया. अब करीब सवा चार साल के बाद कंपनी की वैल्यूशन 20 लाख करोड़ रुपए के पार गई है. अगर बात दूसरी कंपनियों की करें तो टीसीएस (15 लाख करोड़ रुपए), एचडीएफसी बैंक (10.5 लाख करोड़ रुपए), आईसीआईसीआई बैंक (7 लाख करोड़ रुपए) और इंफोसिस (7 लाख करोड़ रुपए) से काफी आगे है.
हुरून लिस्ट में हासिल किया टॉप स्पॉट
एक दिन पहले ही हुरून इंडिया 500 लिस्ट में भी रिलायंस इंडस्ट्रीज का दबदबा दिखा था. कंपनी ने इस लिस्ट में पहले स्थान पर लगातार तीसरे साल जगह बनाई थी. दूसरे स्थान पर टीसीएस और एचडीएफसी बैंक तीसरे नंबर पर रहा था.