लोकसभा चुनाव 2024 से पहले केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़ा फैसला लेने जा रही है.अगले 10 दिनों में 7 एम्स की सौगात देशवासियों को केंद्र सरकार देगी. जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री बहुत जल्द 6 एम्स राष्ट्र को समर्पित करेंगे. वहीं, रेवाडी एम्स का शिलान्यास 16 फरवरी को पीएम मोदी द्वारा किया जाना है.
एम्स के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के लिए लगभग 10,200 करोड़ रुपये का भारी बजटीय आवंटन सरकार की तरफ से दिया गया है. जिन 6 एम्स का पीएम उद्घाटन करने जा रहे हैं वो हैं गुजरात में राजकोट, पंजाब में बठिंडा, रायबरेली, पश्चिम बंगाल में कल्याणी और आंध्र प्रदेश में मंगलगिरि तथा जम्मू में अवंतीपुर.
प्राप्त जानकारी के अनुसार 25 तारीख को राजकोट से पांच एम्स का लोकार्पण होगा. इसमें आंध्र प्रदेश में मंगल गिरी, उत्तर प्रदेश में रायबरेली, पंजाब में भटिंडा, गुजरात में राजकोट, पश्चिम बंगाल में कल्याणी और जम्मू कश्मीर में शुरूआत हो रही है. पिछले छह महीने में देश भर में 29000 लोगों की नियुक्ति हुई है.
एम्स बनाने के लिए इतने करोड़ रुपए का बजट
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार मंगल गिरी में एम्स बनाने के लिए 1618 करोड़ रुपए, रायबरेली में एम्स बनाने के लिए 1200 करोड़ रुपए, पश्चिम बंगाल के कल्याणी में एम्स बनाने के लिए 1756 करोड़ रुपए, भटिंडा में एम्स बनाने के लिए 925 करोड़ रुपए, राजकोट में एम्स बनाने के लिए 1195 करोड़ रुपए, रेवाड़ी में एम्स बनाने के लिए 1646 करोड़ रुपए और जम्मू कश्मीर में एम्स बनाने के लिए 1828 करोड़ रुपए का बजट है. इन सभी एम्स को बनाने में अब तक 10200 करोड़ रुपए लोकार्पण या शिलान्यास पर खर्चा आया है.
दिल्ली एम्स ने शुरू की एम्स स्मार्ट पेमेंट कार्ड
बता दें कि हाल में एम्स दिल्ली ने डिजिटल रोगी देखभाल कार्ड सेवा शुरू की है. इसका उद्देश्य रोगी की सुविधा बढ़ाने और भुगतानों को डिजिटल मोड में बदलना है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने इस अवसर पर कहा था कि यह पहल “एक राष्ट्र, एक एम्स, एक कार्ड” की दिशा में पहला उठाया गया कदम है. एम्स स्मार्ट पेमेंट कार्ड से दूर-दराज के इलाके के मरीजों को अस्पताल में नकदी ले जाने की समस्या से मुक्ति मिलेगी. मरीज या उनके तीमारदार एम्स, नई दिल्ली के सुविधा केंद्रों से आसानी से यह कार्ड हासिल कर इसका विभिन्न काउंटरों पर भुगतान के लिए उपयोग कर सकते हैं.