लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीति गर्म हो गई है। आज (मंगलवार) अमेठी में राजनीति के दो दिग्गजों का आमना सामना है। एक ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी हैं, तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति ईरानी अपने चार दिवसीय दौरे पर हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में पहुंची भारत जोड़ो न्याय यात्रा अकेलवा के खेल मैदान में रात्रि विश्राम के लिए रुकी है। जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। वहीं स्मृति ईरानी आज गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याओं को सुनेंगी।
अमेठी में रुकी है यात्रा
बता दें कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा मंगलवार को अमेठी में रुकी है। राहुल गांधी की आज सुलतानपुर कोर्ट में पेशी है। इसके बाद ही राहुल गांधी की अगुवाई में ये यात्रा रायबरेली के लिए यहां से निकलेगी। राहुल गांधी फुरसतगंज एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर से सुलतानपुर के लिए रवाना होंगे। सुलतानपुर से राहुल के वापस लौटने के बाद यात्रा रायबरेली के लिए ये यात्रा निकलेगी।
गांवों में स्मृति ईरानी करेंगी संवाद
केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति ईरानी अपने चार दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची हैं। दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को वह अमेठी व भेटुआ के गांवों में जन संवाद विकास यात्रा में शामिल होंगी, जहां सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ संवाद कर लोगों की समस्याएं सुनेंगी। केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि विजय गुप्ता ने बताया कि मंगलवार की सुबह पौने ग्यारह बजे केंद्रीय मंत्री भेटुआ के दलशाहपुर गांव में आयोजित जन संवाद विकास यात्रा में हिस्सा लेंगी।
राहुल पर साधा है निशाना
आम चुनाव 2024 की घोषणा होने में भले ही अभी कुछ दिनों की देरी है पर अमेठी का राजनीतिक पारा चढ़ गया है। सोमवार को कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अमेठी में मौजूदगी के बीच केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को बड़ी चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें दम है तो वह बिना बैसाखी के अमेठी से चुनाव लड़कर दिखाएं।
2019 में राहुल ने अमेठी छोड़ दिया था
स्मृति ने कहा कि 2019 में राहुल गांधी ने अमेठी छोड़ दिया था, आज अमेठी ने उन्हें छोड़ दिया है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर तंज कसते हुए कहा, जो लोग अमेठी को सत्ता का केंद्र मानते थे, जब वे गाजे-बाजे के साथ आए तो अमेठी के लोग उनके स्वागत के लिए नहीं पहुंचे और उन्हें प्रतापगढ़, सुलतानपुर से लोग लाने पड़े। अमेठी के लोग यह नहीं भूले कि इसी व्यक्ति ने वायनाड में उत्तर भारत और विशेषकर अमेठी के बारे में कहा था कि यहां के लोगों की समझ ठीक नहीं है, तब से लेकर अब तक लोग आक्रोशित हैं।