प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार को कहा कि वह आयुर्वेद के समर्थक हैं और लोगों को समग्र रूप से स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। वह उच्चतम न्यायालय परिसर में आयुष समग्र कल्याण केंद्र के उद्घाटन के मौके पर एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आयुष, बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल तथा आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई भी उपस्थित थे।
उच्चतम न्यायालय और अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के बीच आयुष समग्र कल्याण केंद्र की स्थापना, संचालन और विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करने के संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
#WATCH | Delhi: CJI DY Chandrachud inaugurates AYUSH Holistic Wellness Centre at the Supreme Court premises.
He says, "For me, this is a satisfying moment. I have been working on this ever since I took over as CJI. I am a proponent of Ayurveda and holistic lifestyle. We have… pic.twitter.com/GmmGabMQDY
— ANI (@ANI) February 22, 2024
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने सभा में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मेरे लिए यह एक संतोषजनक क्षण है। जब से मैंने सीजेआई का पद संभाला है तब से मैं इस पर काम कर रहा हूं। मैं आयुर्वेद और समग्र जीवनशैली का समर्थक हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास 2000 से अधिक कर्मचारी हैं और हमें न केवल न्यायाधीशों तथा उनके परिवारों के लिए, बल्कि स्टाफ सदस्यों के लिए भी जीवन जीने का एक समग्र स्वरूप देखना चाहिए। मैं अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के सभी चिकित्सकों का बहुत आभारी हूं।’’
उच्चतम न्यायालय परिसर में आयुष समग्र कल्याण केंद्र एक अत्याधुनिक सुविधा है जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कल्याण के लिए समग्र देखभाल उपलब्ध कराती है। यह शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों और कर्मचारियों के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है।