तेंदुए, बाघों के इंसानों पर बढ़ते हमलों पर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने वन विभाग के पीसीसीएफ (हॉफ) अनूप मलिक और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक समीर सिन्हा को कड़ी फटकार लगाई। सीएम धामी ने दोनों अधिकारियों को विधानसभा में तलब किया और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक सिन्हा से कहा कि आप तेंदुए, बाघों के द्वारा इंसानों पर हो रहे हमलों से बेखबर रहते हैं, आपको खुद घटना स्थल पर जाना चाहिए और त्वरित कार्रवाई दल को मौके पर भेजना चाहिए।
सीएम धामी ने सभी वन अधिकारियों के विदेश दौरों पर रोक लगाने के आदेश जारी करते हुए कहा कि जिन अधिकारियों को राज्य की चिंता नहीं है। उन्हें विदेश जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने फॉरेस्ट के सर्वोच्च अधिकारी अनूप मलिक से भी कहा कि आपको भी चिंता करनी चाहिए कि आखिर क्यों इंसानों पर तेंदुए, बाघ हमले कर रहे हैं? और लोग इनके शिकार हो रहे हैं।
सीएम धामी ने प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु से कहा कि आप लगातार मॉनिटरिंग करेंगे और मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट देंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ हफ्तों से तेंदुए और बाघों के हमलों से कई महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल भी हुए। बीती रात देहरादून में ही एक 10 साल के बच्चे को तेंदुए ने अपना निवाला बना दिया था।
सीएम धामी ने सभी जिला अधिकारियों और मुख्य विकास अधिकारियों को भी जंगलों के पास रहने वाले लोगों के यहां शत प्रतिशत शौचालय और रसोई गैस दिए जाने के लिए भी निर्देशित किया है, ताकि लोग जंगल की तरफ न जाएं। सीएम ने जंगलों के पास के गांवों में पशु चारा उपलब्ध कराने के लिए भी योजना बनाने को कहा है साथ ही जंगल ग्राम के बीच सोलर तारबाड़ लगाने के लिए भी निर्देशित किया है।
कीर्ति नगर का आदमखोर ढेर
पिछले दिनों पांच महिलाओं पर हमला कर बुरी तरह से घायल करने वाले तेंदुए को वन कर्मियों ने गोली मारकर ढेर कर दिया। अभी भी उत्तराखंड में आधा दर्जन नरभक्षी तेंदुए और बाघ घूम रहे हैं, जिनकी दहशत से ग्रामीण घरों में दुबके हुए रहते हैं। तेंदुए और बाघ ज्यादातर महिलाओं और बच्चों को अपना निशाना बनाते हैं।