देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां जोर शोर से तैयारियों में जुट गई हैं. पार्टियां चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के चयन में लगी हुई हैं. चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जा रही है. साथ ही साथ उम्मीदवारों का ऐलान भी होने लग गया है. हालांकि सत्तारूढ़ बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का देश की आवाम को बेसब्री से इंतजार है. कहा जा रहा है कि पार्टी कई सांसदों का टिकट काट सकती है, और नए चेहरों पर दांव लगा सकती है. इस बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि निर्मला सीतारमण एस जयशंकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
कर्नाटक के हुबली में पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, हालांकि वो कर्नाटक या किसी दूसरे राज्य से चुनाव लड़ेंगे ये फिलहाल तय नहीं हुआ है. ये पूछे जाने पर कि क्या बेंगलुरू से चुनाव लड़ेंगे, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल इस बारे में कोई फैसला नहीं किया गया है ऐसे वो इस बारे में कुछ नहीं कह सकते.
बेंगलुरु में बीजेपी ने किया था शानदार प्रदर्शन
दरअसल खबर है कि जयशंकर या सीतारमण बेंगलुरु से चुनाव लड़ेंगे. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बेंगलुरु में शानदार प्रदर्शन किया था. पार्टी ने यहां की सभी तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी अपने पिछले प्रदर्शन को एक बार फिर से दोहराना चाहती है. यही वजह है कि पार्टी अपने दो बड़े नेताओं को मैदान में उतार सकती है.
सीतारमण और जयशंकर नहीं लड़ा लोकसभा चुनाव
आपको बता दें कि निर्मला सीतारमण और जयशंकर दोनों ही बीजेपी के कद्दावर और तेज तर्रार नेताओं में शुमार हैं. दोनों ही वर्तमान में कर्नाटक और गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं. खास बात ये है कि अभी तक दोनों ही नेताओं ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा है. ऐसे में पहली बार बीजेपी ने उन्हें आम चुनाव में उतारने का फैसला किया है.
गैरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2008 में बीजेपी का दामन थामा था. वित्त मंत्रालय संभालने से पहले उन्होंने 2017 से लेकर 2019 तक उन्होंने देश के रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली थी. रक्षा मंत्री बनने वाली सीतारमण देश की दूसरी महिला थी. वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर को 2015 में विदेश सचिव बनाया गया था. राजनीति में आने से पहले वो डिप्लोमैट थे. 2019 में उन्हें विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
कैसा रहा है दोनों नेताओं का राजनीतिक करियर?
निर्मला सीतारमण ने 2008 में बीजेपी का दामन थामा था. वह 2014 तक पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता थीं. 2014 में नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो सीतारमण को जूनियर मंत्री बनाया गया. उसी साल उन्हें आंध्र प्रदेश से राज्यसभा भेजा गया. वित्त मंत्रालय संभालने से पहले निर्मला सीतारमण 2017 से लेकर 2019 तक देश की रक्षा मंत्री भी रह चुकी हैं. वह इस पद पर पहुंचने वाली देश की दूसरी महिला हैं. उनसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी रक्षा मंत्री का पद संभाल चुकी हैं.
एस जयशंकर राजनीति में आने से पहले डिप्लोमैट थे. 2015 में उन्हें विदेश सचिव बनाया गया था. इस पद की जिम्मेदारी उन्होंने जनवरी 2018 तक संभाली. 2019 में उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में पहली बार एंट्री मिली. जयशंकर को विदेश मंत्रालय की कमान दी गई. उन्हें राज्यसभा सांसद भी नामित किया गया. जयशंकर अक्सर ही भारत की विदेश नीति का बचाव करते हुए विदेशी पत्रकारों-नेताओं को दिए गए जवाबों को लेकर चर्चा में रहते हैं.