शंभू बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान उपद्रव मचाने वाले किसानों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उपद्रव करने वाले किसानों की तस्वीरों की पहचान कर उनके पासपोर्ट और वीजा रद्द करने की तैयारी की जा रही है. सूत्रों का कहना है कि किसान जो शंभू बॉर्डर की तरफ बढ़ रहे हैं या किसी भी तरह का उपद्रव मचाते कैमरे में कैद हो गए हैं. उनकी पहचान के बाद उनके पासपोर्ट और वीज़ा रद्द करने की तैयारी की जा रही है. बड़े-बड़े आईपीटीवी कैमरे एवं ड्रोन कैमरे हरियाणा पुलिस द्वारा बॉर्डर द्वारा लगाए गए हैं. उन कैमरों से उपद्रव करने वाले किसानों की पहचान की गई है और उन्हें पासपोर्ट ऑफिस भेजी जाएगी.
#WATCH | Haryana: On efforts to cancel passports and Visas of the alleged farmers involved in violence, DSP Ambala Joginder Sharma says, "We have identified involved in violence coming to Haryana from Punjab in the name of farmers' protest. We have identified them with CCTV… pic.twitter.com/AotrtQDle2
— ANI (@ANI) February 28, 2024
हरियाणा पुलिस भारतीय दूतावास में उपद्रव मचाने वाले ऐसे सभी लोगों की फोटो भेज रही है, ताकि इनके पासपोर्ट और वीजा रद्द होने के साथ-साथ इनकी पहचान हो सके. इसी तरह से शंभू बॉर्डर पर किसान दिल्ली कूच के दौरान बैरिकेट्स तोड़ दिया था. कैमरे में कुछ उपद्रवी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते दिखे थे. ऐसे उपद्रव मचाने वालों की अंबाला पुलिस ने पहचान की है और अब उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी की जा रही है.
उपद्रव मचाने वालों के रद्द होंगे वीजा-पासपोर्ट
अंबाला पुलिस ने ऐसे कई किसानों की फोटो मिडिया से शेयर की, जो बॉर्डर पर उपद्रव करते दिखाई दे रहे हैं. एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं, ऐसी कई फोटो पुलिस ने शेयर की हैं, जिनको अंबाला पुलिस द्वारा पासपोर्ट कार्यालय के साथ-साथ गृह मंत्रालय और भारतीय दूतावास को शेयर किए जा रहे हैं, ताकि इनके पासपोर्ट और वीजा रद्द किये जा सके.
पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर लगे सीसीटीवी कैमरों एवं ड्रोन से उपद्रव करने वाले किसानों की तस्वीर निकालनी शुरू कर दी है. अंबाला पुलिस के डीएसपी जोगिन्दर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इन तस्वीरों को वो पासपोर्ट ऑफिस के साथ-साथ, गृह मंत्रालय और भारतीय दूतावास में भेजेंगे, ताकि इनके पासपोर्ट और वीजा रद्द हो सकें.
शंभू बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन
बता दें कि इसके पहले हरियाणा सरकार ने 28 फरवरी से 29 फरवरी तक अंबाला के अंबाला सदर, पंजोखरा और नग्गल क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाओं और एसएमएस पर प्रतिबंध लगा दिया, जबकि किसान सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं. हाल ही में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की गईं थीं. इस बीच, दिल्ली मार्च में भाग लेने वाले पंजाब के प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा के साथ राज्य की सीमा के शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं.
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा के किसान एक बार फिर आंदोलन कर रहे हैं. इसको लेकर किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया था. हालांकि हरियाणा सरकार ने पंजाब से सटी अपनी सीमाओं को कई लेयर की बैरिकेडिंग कर ब्लॉक कर दिया था. इसके बाद किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर ही डेरा डालकर बैठ गए थे. यहां किसानों ने वैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की थी, जिसके चलते पुलिस से उनकी झड़प भी हुई थी. इसमें कई किसान और पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. अंबाला पुलिस ने ऐसे किसानों पर एनएसए की कार्रवाई करने को भी कहा था, लेकिनबाद में आदेश वापस ले लिया गया.