इजराइल-हमास जंग के बीच एक भारतीय की मौत हो गई है, वहीं 2 अन्य घायल हुए हैं। लेबनान से हिज्बुल्लाह से इजराइल के गैलीली क्षेत्र में एंटी-टैंक मिसाइल से हमला हुआ। मरने वाले भारतीय का नाम पटनीबिन मैक्सवेल है। वो केरल के कोलम का रहने वाला था।
घायल हुए दो अन्य भारतीय के नाम बुश जोसफ जॉर्ज और पॉल मेलविन हैं। ये भी केरल के रहने वाले हैं। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, जॉर्ज को बेलिनसन अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत में सुधार हुआ है। वो अब अपने परिवार से बात कर सकता है।
जंग में 2 भारतीय मूल के सैनिक मारे गए
दिसंबर में गाजा में हमास के खिलाफ जंग लड़ रहे एक भारतीय मूल के इजराइली सैनिक गिल डैनियल्स की मौत हो गई थी। महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाला 34 साल का गिल 10 अक्टूबर से जंग में शामिल था। मौत से एक महीने पहले ही उसकी सगाई हुई थी। नवंबर में भी 20 साल के भारतीय मूल के इजराइली सैनिक हालेल सोलोमॉन की मौत हुई थी।
इजराइल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले किए
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमला लेबनान से ऑपरेट होने वाले आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने किया था। 8 अक्टूबर को जंग शुरू के बाद से वो लगातार हमास का साथ देते हुए इजराइल पर मिसाइल हमले कर रहा है। इजराइली डिफेंस फोर्स के मुताबिक, सोमवार के हमले के बाद इजराइल ने हिजबुल्लाह की लॉन्च साइट समेत कई ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की।
We are deeply shocked and saddened by the death of one Indian national and the injury of two others due to a cowardly terror attack launched by Shia Terror organization Hezbollah, on peaceful agriculture workers who were cultivating an orchard at the northern village of Margaliot…
— Israel in India (@IsraelinIndia) March 5, 2024
भारत ने अपने नागरिकों के रेस्क्यू के लिए चलाया था ऑपरेशन अजय
इजराइल-हमास जंग शुरू होने के बाद भारत ने ऑपरेशन अजय चलाकर इजराइल में फंसे भारतीय नागरिकों को निकाला था। इस मिशन का मकसद उन भारतीयों की मदद करना था जो वतन वापस लौटना चाहते थे। तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास ने अक्टूबर में जो आंकड़े जारी किए थे, उनके मुताबिक इजराइल में 18,000 भारतीय रह रहे हैं।
इजराइल ने अब तक 229 हिजबुल्लाह लड़ाकों को मारने का दावा किया
जंग के बीच इजराइल-हिजबुल्लाह में झड़पों में अब तक 7 आम नागरिकों और 10 इजराइली सैनिकों की मौत हो गई है। वहीं IDF ने दावा किया है कि उन्होंने अब तक हिजबुल्लाह के 229 लड़ाकों को मार गिराया है। इनमें से ज्यादातर लेबनान में और कुछ सीरिया में भी मारे गए हैं।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
इजरायल और हमास के बीच था सात दिनों का युद्धविराम
कतर की मध्यस्थता से इजरायल और हमास के बीच पिछले साल 21 नवंबर को चार दिनों के युद्धविराम पर करार हुआ था. हालांकि, एक हफ्ते तक युद्धविराम लागू रहा और तब 105 बंधक रिहा किए गए. इसके बदले इजरायल ने भी 300 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों को रिहा किया गया था. एक दिसंबर को युद्धविराम समाप्त होते ही इजरायली सेना ने बमबारी शुरू कर दी थी. बाकी बंधक हमास के ही कैद में हैं और तीन बंधकों को इजरायली सेना ने कथित रूप से गलती से गोली मार दी थी.