केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे पर मंगलवार को महाराष्ट्र पहुंचे. महाराष्ट्र में अब तक एनडीए में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर पेंच फंसा हुआ है, ऐसे में अमित शाह का दौरा काफी अहम माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी और एनसीपी गठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा अब तक नहीं हो सका है. रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी अजित पवार गुट और सीएम एकनाथ शिंदे गुट ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं. 10 सीटों पर बात नहीं बन पा रही है. ऐसे में क्या अमित शाह गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग का कोई फॉर्मूला तय कर पाएंगे, ये देखना होगा.
अमित शाह-CM शिंदे के बीच 50 मिनट तक बातचीत
गृहमंत्री अमित शाह सोमवार रात को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई पहुंचे. उन्होंने संभाजीनगर, अकोला, जलगांव जिलों का दौरा किया. फिर मंगलवार देर रात मुंबई के सह्याद्रि गेस्ट हाउस पहुंचे. इससे पहले एयरपोर्ट पर सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने गृहमंत्री का स्वागत किया.
23 सीटों पर जोर दे रहे एकनाथ शिंदे
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से बीजेपी 30 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, ताकि राष्ट्रीय स्तर पर 370 सीटें जीतने और एनडीए को 400 के आंकड़े तक ले जाने के अपने लक्ष्य को वह हासिल कर सके. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी शिवसेना से 12 सीटें और एनसीपी के लिए छह सीटें छोड़ने को तैयार है, ये गठबंधन के साथी इससे खुश नहीं हैं.
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री शिंदे अपनी पार्टी के लिए 23 सीटों पर जोर दे रहे हैं, यह वही आंकड़ा है, जिस पर 2022 में बंटवारा होने से पहले शिवसेना ने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था. सीएम शिंदे और उनकी पार्टी कथित तौर पर 18 सीटों पर समझौता करने के लिए तैयार हैं, जो पिछले लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने जीती थीं.
2019 में भी सीट बंटवारे पर फंसा था पेंच
साल 2019 के चुनाव में भी बीजेपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के बीच सीट बंटवारे को लेकर नाराजगी पैदा हो गई थी. बीजेपी ने 25 सीटों पर चुनाव लड़कर 23 पर जीत हासिल की थी, जबकि सेना ने 23 सीटों पर चुनाव लड़कर 18 पर जीत हासिल की थी. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी खेमा मानता है कि पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते वह इस बार पिछली बार की तुलना में ज्यादा हिस्सेदारी की हकदार है.
सीट शेयरिंग के लिए BJP का 30-12-6 का फॉर्मूला
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने सीट शेयरिंग के लिए 30-12-6 का फॉर्मूला सुझाया है, इनमें से 30 सीटों पर बीजेपी अपने कैंडिडेट उतारेगी. शिवसेना शिंदे गुट के लिए 12 सीटें और एनसीपी अजित पवार गुट के लिए 6 सीटें छोड़ी गई हैं. जबकि शिवसेना शिंदे गुट 22 और एनसीपी अजित पवार गुट 10 सीटों का दावा करती हैं. इनमें से कल्याण, दक्षिण मुंबई, रत्नागिरी, शिरूर, अमरावती, संभाजीनगर नगर, हिंगोली, नासिक, रामटेक और मावल सीटों को लेकर मतभेद है.
सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर डिप्टी सीएम अजित पवार ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. उन्होंने अमित शाह के साथ बैठक से पहले लोकसभा क्षेत्रों की समीक्षा भी की. अब अमित शाह इन 10 सीटों पर मतभेद को सुलझाने की कोशिश करेंगे, ताकि सीटों के बंटवारे पर भी सहमति बन सके.