ओडिशा बुधवार को भुवनेश्वर से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक माहौल सरगर्म रहा। शाम होते होते जिसका आकलन लगाया जा रहा था, उसे और बल देते हुए खबर सामने आयी। बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक के नेतृत्व में भुवनेश्वर में बीजद नेताओं की बैठक हुई तो वहीं, दिल्ली में राज्य भाजपा नेताओं की बैठक केन्द्रीय नेतृत्व के साथ हुई।
बैठक के बाद बीजद की तरफ से आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर गठबंधन के संकेत दिए गए तो वहीं, भाजपा की तरफ से कहा गया कि गठबंधन को लेकर चर्चा हुई है, मगर अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। शीर्ष नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, हम सब उसका अनुपालन करेंगे।
दोनों दलों में गठबंधन की प्रक्रिया लगभग पूरी
हमने अकेले चुनाव लड़ने के संदर्भ अपना शीर्ष नेतृत्व के सामने रखा है। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दोनों दलों में गठबंधन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, अब सिर्फ औपचारिक घोषणा करनी बाकी है।
जानकारी के मुताबिक, एक दिन पहले प्रधानमंत्री के ओडिशा दौरे से ही भाजपा एवं बीजद के बीच गठबंधन के संकेत मिलने लगे थे। क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में एक बार भी नवीन सरकार पर हमला नहीं बोला।
इस संकेत को उस समय तब और बल मिल गया जब बीजद नेताओं को नवीन निवास में एवं भाजपा नेताओं को दिल्ली का बुलावा आ गया। ओडिशा से भाजपा नेता दिल्ली गए और बीजद के नेता नवीन निवास पहुंचे। बैठक के बाद दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेता जब बाहर निकले तो इनके हाव-भाव, चाल-चलन एवं सूर बदले बदले दिखे।
बीजद के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री देवी मिश्र एवं अरुण साहू मीडिया के सामने और उन्होंने कहा कि आगामी 2024 चुनाव को लेकर चर्चा हुई है। भाजपा-बीजद में गठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई है। ओडिशा के हित में जो भी होगा, बीजद सुप्रीमो निर्णय लेंगे।
बीजद के वरिष्ठ नेताओं ने 2024 चुनाव को लेकर बैठक की
बीजू जनता दल की तरफ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज बीजद के वरिष्ठ नेताओं के साथ आगामी 2024 चुनाव को लेकर बैठक की है। बीजद सुप्रीमो ने कहा है 2036 में ओडिशा 100 वर्ष पूर्ति उत्सव मनाने जा रहा है, ऐसे में ओडिशा के विकास, ओडिशा के लोगों के हित के लिए जो भी जरूरी होगा, वह किया जाएगा।
BJD-BJP गठबंधन को लेकर भाजपा नेताओं ने क्या कहा
वहीं, पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा वरिष्ठ भाजपा नेता सांसद जुएल ओराम ने दिल्ली में हुई बैठक के बाद मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दोनों ही बीजद के साथ गठनबंधन को लेकर चर्चा हुई है। हालांकि, हमने अकेले चुनाव लड़ने की अपनी बात कही है। अब केन्द्रीय नेतृत्व जो निर्णय लेगा, उसे पार्टी पालन करेगी।
भाजपा नेता सुरथ विश्वाल ने कहा कि हम 21 लोकसभा एवं 147 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी किए हैं। शीर्ष नेतृत्व जो निर्णय लेगा, सभी उसका अनुपालन करेंगे। दोनों ही पार्टी की तरफ से मिले संकेत से लगभग यह स्पष्ट हो गया है कि अगला चुनाव दोनों ही पार्टी मिलकर लड़ने वाली हैं। अब केवल औपचारिक घोषणा करनी बाकी है।
उल्लेखनीय है कि आम चुनाव से पहले 15 वर्ष बाद एक बार फिर बीजद-भाजपा के बीच गठबंधन होने जा रहा है। दोनों ही पार्टियों के गठबंधन को लेकर पिछले डेढ़ महीने से जो चर्चा चल रही थी लगभग खत्म हो गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजद नेताओं के साथ बैठक के दौरान बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक ने गठबंधन को लेकर पार्टी नेताओं को जानकारी दी है। हालांकि, भाजपा एवं बीजद के बीच कितनी सीटों पर लड़ेंगी यह स्पष्ट नहीं हुआ है।