प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धारा 370 हटने के बाद से पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरा पर गए। यहां प्रधानमंत्री का जबरदस्त स्वागत किया गया। पीएम ने श्रीनगर के बख्शी तलब में एक जनसभा को संबोधित भी किया। इसके साथ ही उन्होंने यहां 32 हजार करोड़ रुपये की सौगात भी घाटी को दी। इसके साथ ही उन्होंने यहां सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत भी की।
कश्मीरी युवा ने पीएम मोदी से की खास अपील
जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी से मधुमक्खी का पालन करने वाले पुलवामा के एक युवा किसान, नाजिम से बातचीत की। नाजिम ने पीएम मोदी को बताया कि कश्मीर का शहद 1000 रुपये किलो पहुंच गया है नाजिम से बात कर रही थी तभी उसने पीएम से एक खास अपील की। एक ऐसी अपील जिसे सुनकर रैली में मौजूद लोग भी थोड़ा हैरान रह गए।
पीएम मोदी ने निभाया अपना वादा
उन्होंने कहा कि सर, एक गुजारिश है। एक बार मैंने 2023 में ‘सेल्फी विद मोदी जी’ ली थी। आज मेरा जी चाहता है कि मैं उस सपने को भी साकार करूं। यह सुनकर मंच मोदी मुस्कुरा दिए। पीएम ने एसपीजी कमांडो की तरफ देखते हुए कहा कि मैं कोशिश करता हूं। मैं एसपीजी के लोगों को बोलता हूं। बाद में आपको इस तरफ लेकर आएंगे। मैं आपके साथ जरूर सेल्फी लूंगा।
पीएम मोदी ने नाजिम को कहा अपना दोस्त
इसके बाद पीएम मोदी ने अपना वादा पूरा किया और उनके साथ सेल्फी ली। पीएम मोदी ने इस घटना का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट लिखा,” मेरे दोस्त नाजिम के साथ एक यादगार सेल्फी। मैं उसके अच्छे काम से प्रभावित हूं। सार्वजनिक बैठक में उन्होंने एक सेल्फी का अनुरोध किया और उनसे मिलकर खुशी हुई। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं।”
PM Narendra Modi tweets, "A memorable selfie with my friend Nazim. I was impressed by the good work he’s doing. At the public meeting, he requested a selfie and was happy to meet him. My best wishes for his future endeavours."
Nazim interacted with PM at the event and requested… pic.twitter.com/6pwVuGffkU
— ANI (@ANI) March 7, 2024
कश्मीरी को नौजवानों को लेकर क्या बोले पीएम मोदी?
रैली में कश्मीरी युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,”यहां झीलों में कमल खिलता है और भाजपा का चिह्न भी कमल ही है। जम्मू कश्मीर से भाजपा का नाता सभी जानते हैं।”
उन्होंने कहा कि 370 का फायदा आम कश्मीरी को था या फिर कुछ राजनीतिक परिवार अपने फायदे के लोगों को गुमराह कर रहे थे। आज 370 नहीं है, इसलिए आज जम्मू कश्मीर के नौजवानों की भावनाओं का सम्मान हो रहा है।