टीम इंडिया ने धर्मशाला टेस्ट मैच में इंग्लैंड को पारी और 64 रनों से हरा दिया. इस जीत के साथ ही भारत ने टेस्ट सीरीज पर 4-1 से कब्जा कर लिया. भारतीय टीम की ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने बड़ा कदम उठाया है. बोर्ड ने ‘टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव योजना’ लॉन्च की है. इस स्कीम के तहत टेस्ट खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों को बंपर फायदा होगा. टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों तो अब मैच फीस के अतिरिक्त पैसा भी मिलेगा.
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इस स्कीम का ऐलान करते हुए X पर लिखा, “मुझे मेन्स टीम के लिए ‘टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव योजना’ की घोषणा करके खुशी हो रही है. इसका उद्देश्य हमारे खिलाड़ियों को वित्तीय विकास और स्थिरता प्रदान करना है. 2022-23 के सीजन से ‘टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव योजना’ मान्य होगी और यह टेस्ट मैचों के लिए 15 लाख रुपये की मौजूदा मैच फीस के ऊपर एक अतिरिक्त इनाम संरचना के रूप में काम करेगी.”
I am pleased to announce the initiation of the 'Test Cricket Incentive Scheme' for Senior Men, a step aimed at providing financial growth and stability to our esteemed athletes. Commencing from the 2022-23 season, the 'Test Cricket Incentive Scheme' will serve as an additional… pic.twitter.com/Rf86sAnmuk
— Jay Shah (@JayShah) March 9, 2024
इस तरह टेस्ट खिलाड़ियों को होगा फायदा
भारतीय खिलाड़ियों को फिलहाल एक टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये की फीस मिलती है, लेकिन अब उन्हें इंसेंटिव भी मिलेगा. हालांकि इसके लिए बीसीसीआई की ओर से शर्त रखी गई है. यदि कोई भारतीय खिलाड़ी एक सीजन में 75 प्रतिशत से ज्यादा (7 या उससे ज्याादा) टेस्ट मैच खेलता है तो उसे इंसेंटिव के तौर पर 45 लाख रुपये प्रति मैच मिलेगे. जबकि प्लेइंग-11 से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों को 22.5 लाख रुपये मिलेंगे. वहीं 50 प्रतिशत यानी करीब पांच-छह मैच खेलने पर 30 लाख रुपये प्रति मैच मिलेंगे, जबकि प्लेइंग-11 से बाहर रहने वाले प्लेयर्स को 15 लाख प्रति मैच मिलेंगे. यदि कोई खिलाड़ी एक सीजन में पचास प्रतिशत से कम टेस्ट मैच (9 मैच होने पर चार से कम) खेलता है तो उसे कोई इंसेंटिव नहीं मिलेगा.
बीसीसीआई की ओर से हाल ही में सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट भी जारी की गई थी. खास बात यह रही कि श्रेयस अय्यर और ईशान किशन इसमें जगह नहीं बना पाए था. दोनों खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने की सजा मिली है. ईशान ने साउथ अफ्रीकी टूर के दौरान मानसिक थकान का हवाला देकर दौरे से हटने का फैसला किया था. दूसरी ओर श्रेयस ने बैक इंजरी की दलील देकर रणजी ट्रॉफी से दूरी बना ली थी. हालांकि बाद में श्रेयस मुंबई के लिए रणजी खेलने उतरे.