मध्य प्रदेश में भाजपा की मोहन यादव सरकार लगातार राज्य के कोने-कोने तक विकास को पहुंचाने के लिए बिना रुके काम कर रही है। प्रदेश के विकास के साथ-साथ सरकार राज्य के वन्य जीवों का संरक्षण कर रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश राज्य वन्यप्राणी बोर्ड की 25वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए जरूरी प्रावधानों को लेकर आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाना जरूरी है। इसके साथ ही उन्होंने घड़ियाल अभयारण्य को लेकर लोगों के रूचि पैदा करने के लिए राज्य में एक्टिविटी संचालित करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मंत्रालय में मध्यप्रदेश राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की 25 वीं बैठक कर बोर्ड की गतिविधियों की समीक्षा की एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।@DrMohanYadav51 pic.twitter.com/v7bxbeaksX
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 11, 2024
सीएम मोहन यादव का निर्देश
इसके साथ ही सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्राइवेट यूनिट और व्यक्तिगत स्तर पर लोगों के साथ वन्य जीवों के संरक्षण के बारे में विचार-विमर्श के लिए व्यवस्था स्थापित करने की जरूरत है। सीएम मोहन यादव ने कहा कि लोगों को सर्पदंश (सांप के काटने) से बचाने के लिए हर एक थाने को सांप पकड़ने और पकड़े गए सांपों का संरक्षण की जानकारी दी जाए। सीएम ने आगे कहा कि हर थाने के होमगार्ड जवानों को सांप पकड़ने की ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की जाए।
बैठक में इन मुद्दों पर भी हुआ विचार-विमर्श
इसके अलावा सीएम मोहन यादव ने चीता पुनर्वास परियोजना के तहत प्रदेश में बढ़ी चीतों की संख्या के लिए बधाई दी। इसके साथ ही इस बैठक में पन्ना टाइगर रिजर्व, कान्हा टाइगर रिजर्व, गांधी सागर अभयारण्य, संजय टाइगर रिजर्व, नरसिंहगढ़ अभयारण्य, वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य, बगदरा अभयारण्य, सतपुड़ा-मेलघाट टाइगर रिजर्व, राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य और सोन घड़िया अभयारण्य के क्षेत्रों में होने वाले अलग-अलग निर्माण कार्यों के लिए वन्य प्राणी से जुड़े कई अनुमानों पर भी विचार-विमर्श किया गया।