समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के अमेठी व मुंबई स्थित कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने छापेमारी की है। मुंबई के 17 ठिकानों पर भी रेड जारी है। अमेठी के आवास विकास कालोनी और गंगागंज मोहल्ले में ईडी की छापेमारी चल रही है। जिस समय ईडी ने रेड की गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी देवी और छोटा बेटा अनुराग प्रजापति भी घर के अंदर मौजूद रहे। इसके अलावा गायत्री प्रजापति की महिला मित्र गुड्डा देवी के घर पर भी ईडी ने छापा मारा है।
बुधवार देर रात हुई यह छापेमारी अवैध खनन घोटाले के मामले में हुई है। बीती 16 जनवरी को मुंबई, लखनऊ और अमेठी में हुई छापेमारी के दौरान ईडी को गायत्री प्रजापति और उनके बेटों के द्वारा रियल एस्टेट कंपनियों में निवेश के सबूत मिले थे। जनवरी माह में मुंबई में हुई छापेमारी के दौरान ईडी को गायत्री व उनके परिवार की संपत्तियों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद लखनऊ जोनल की पांच सदस्यीय टीम सोमवार को मुंबई पहुंची थी, जहां ईडी मुंबई की टीम के साथ मिलकर मलाड इलाके में क्रेसेंट अमिटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाई गई रिहायशी बिल्डिंग के फ्लैट में छापेमारी की थी।
इस दौरान टीम को कई अन्य संपत्तियों के भी दस्तावेज बरामद हुए जिनमें क्रेंसेट बिल्डिंग में तीन अन्य फ्लैट, बोरीवली में बालाजी कारपोरेशन बिल्डिंग में दो आलीशान फ्लैट शामिल थे। गायत्री ने ये फ्लैट अपने दोनो बेटों अनिल और अनुराग प्रजापति व बहुओं के नाम से खरीदे थे। एजेंसी के अनुसार हर एक फ्लैट की कीमत दो से तीन करोड़ रुपये तक है। एजेंसी के मुताबिक, मुंबई में खरीदे गए इन सभी फ्लैट का अधिकांश भुगतान कैश में किया गया था।
वर्ष 2021 से जांच कर रही ईडी ने पाया है कि सपा सरकार में खनन मंत्री रहते हुए गायत्री प्रजापति ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया व अपने परिवार के सदस्यों, नौकरी और दोस्तों के नाम आय से अधिक संपत्ति अर्जित की जो पूरी तरह से अवैध थी। उनकी आय के ज्ञात स्रोतों की तुलना में ये संपत्ति कई गुना ज्यादा थी।