दो चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए गुरुवार को बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की. इस बैठक के तुरंत बाद कांग्रेस और सदन में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दोनों चुनाव आयुक्तों के नाम का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि देश को नए दो चुनाव आयुक्त मिल गए. उन्होंने चुनाव आयोग के ऐलान से पहले दोनों चुनाव आयुक्तों के नाम का भी खुलासा किया. उन्होंने दावा किया कि ज्ञानेश कुमार और बलविंदर संधू चुनाव आयुक्त चुने गए हैं. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि केरल के ज्ञानेश कुमार और पंजाब के बलविंदर संधु का नाम चुनाव आयोग के लिए तय हुआ है.
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि दो चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए बैठक हुई थी. जिसके लिए वह चुनाव प्रचार छोड़ कर दिल्ली पहुंचे थे. ऐसा इसलिए क्योंकि लोकसभा चुनाव से पहले ये रिक्तियां नहीं होनी चाहिए थीं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सलाह के खिलाफ जाकर चयन पैनल में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को नहीं रखा गया.
#WATCH | Gyanesh Kumar from Kerala and Sukhbir Singh Sandhu from Punjab selected as election commissioners, says Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury. pic.twitter.com/FBF1q44yuG
— ANI (@ANI) March 14, 2024
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के मुताबिक, चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए हुए बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा सिर्फ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह थे. उन्होंने आगे कहा कि मैंने पहले ही सूची मांगी थी, क्योंकि चयन के लिए नामों की छोटी सूची मांगी गई थी, जिससे हम जांच कर सकते थे.
#WATCH | After the meeting of selection committee to pick the Election Commissioner, the Leader of Congress in Lok Sabha, Adhir Ranjan Chowdhury says, "They (govt) have the majority (in the committee who appoints election commissioner). Earlier, they had given me 212 names, but… pic.twitter.com/90x3uLxGsx
— ANI (@ANI) March 14, 2024
उन्होंने कहा कि लेकिन इसका मौका मुझे नहीं मिला. चौधरी ने कहा कि मुझे 212 नामों की सूची दी गई थी. रातों-रात 212 लोगों के बारे में जानकारी जुटाना संभव नहीं था. उन्होंने कहा कि कमेटी में बहुमत सरकार के पास है. यानी चुनाव आयुक्त की नियुक्ति भी सरकार के मुताबिक ही होगी.
1988 बैच के केरल काडर के हैं IAS
ज्ञानेश कुमार ने जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. गृह मंत्रालय के साथ काम करते हुए उनकी जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक की तैयारी में भी सक्रिय भूमिका रही. गृह मंत्रालय में ज्ञानेश पदोन्नत होकर एडिशनल सेक्रेटरी भी बने थे. वह 1988 बैच के केरल काडर के आईएएस ऑफिसर हैं.
कौन है पूर्व IAS अधिकारी सुखबीर संधू
पूर्व आईएएस अधिकारी सुखबीर संधू को जुलाई 2021 में ओम प्रकाश की जगह उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था. 1988 बैच के आईएएस अधिकारी संधू भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष के रूप में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थे. केन्द्र सरकार ने इनको एक साल के लिए लोकायुक्त सचिव नियुक्त किया था. उस वक्त नियुक्ति के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल समिति द्वारा जारी नियुक्ति पत्र के मुताबिक उत्तराखंड कैडर और 1988 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ. सुखबीर संधू की नियुक्ति एक वर्ष की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर की गई. गौरतलब है कि संधू पिछले साल 30 सितंबर को उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे.