लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी INDIA गठबंधन ने एक बार फिर EVM पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उनका गठबंधन चाहता है कि मतदान के दौरान VVPAT पर्ची दी जाएं. चुनाव आयोग हमसे मिलना ही नहीं चाहता है. हम क्या कर सकते हैं. EVM से चुनाव करवाना है तो करवाए, लेकिन VVPAT की पर्ची जरूर निकले. 2019 का जनादेश EVM मेंडेट था. एक न एक दिन ये लोग पकड़े जाएंगे. उसके बाद कड़ी सजा मिलेगी.
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम उनसे ईवीएम हटाने के लिए कह रहे हैं. वे वैसे भी ईवीएम नहीं हटाएंगे. वे केवल कुछ वीवीपैट की गिनती करते हैं, हम चाहते हैं कि वे वीवीपैट के पूरे सेट की गिनती करें.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश का कहना है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स बेंगलुरु में EVM बनाती है. चार बोर्ड सदस्य भाजपा के हैं. हम ईवीएम के खिलाफ नहीं हैं. हमें वीवीपैट चाहिए. पेपर ट्रेल होना चाहिए. ताकि लोग आश्वस्त रहें. हमने ईसीआई से इसे समझाने के लिए 15 मिनट का समय मांगा, लेकिन मौका नहीं दिया गया. ECI से सीधा सवाल है कि आप हमसे क्यों डरते हैं? आपको कौन प्रभावित कर रहा है.
EVM पर सवाल उठाना गंदी मानसिकता
ईवीएम पर INDIA ब्लॉक के हमलों पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस बार बार ईवीएम पर प्रश्न चिन्ह उठाती आई है. इसका मतलब साफ है कि राहुल गांधी और कांग्रेस हार मान चुके हैं. वहीं, साक्षी महाराज ने कहा है कि ये आरोप बहुत दुर्भाग्य हैं. निर्वाचन आयोग पर उंगली उठाने से गंदी मानसिकता कुछ नहीं सकती है. जहां आप जीत जाते हैं तो ईवीएम ठीक हो जाती है. जहां आप हार जाते हैं तो ईवीएम गलत हो जाती है. EC बहुत पारदर्शिता से EVM के माध्यम से निर्वाचन करवाता है.