भारत मंडपम में सोमवार से शुरू हो रहे स्टार्टअप महाकुंभ में सफलता की कहानियां देखने को मिलेंगी। दो हजार स्टार्टअप इसमें शामिल हो रहे हैं। इसमें 10 थीम पवेलियन एक हजार से अधिक निवेशक 300 इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर तीन हजार सम्मेलन प्रतिनिधि 20 से अधिक देश के प्रतिनिधिमंडल सभी भारतीय राज्यों के तीन हजार भावी उद्यमी 50 से अधिक यूनिकार्न और 50000 से अधिक व्यावसायिक आगंतुक शामिल होंगे।
भारत मंडपम में सोमवार से शुरू हो रहे स्टार्टअप महाकुंभ में सफलता की कहानियां देखने को मिलेंगी। दो हजार स्टार्टअप इसमें शामिल हो रहे हैं।
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआइआइटी) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय स्टार्टअप महाकुंभ का दौरा कर सकते हैं।
ये दिग्गज कंपनियां करा रही हैं आयोजन
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम एसोचैम, नैसकाम, बूटस्ट्रैप इनक्यूबेशन एंड एडवाइजरी फाउंडेशन, टीआइई और इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन (आइवीसीए) के सहयोगात्मक प्रयासों से संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।
इस आयोजन को डीपीआइआइटी, इलेक्ट्रोनिक्स और इंफार्मेशन टेक्नोलाजी मंत्रालय स्टार्टअप हब (एमएसएच) और इन्वेस्ट इंडिया का भी समर्थन प्राप्त है। डीपीआइआइटी के संयुक्त सचिव संजीव ने कहा कि इस आयोजन में 23 राज्य भाग ले रहे हैं।
20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
आयोजकों ने बताया कि इस कार्यक्रम में दो हजार से अधिक स्टार्टअप, एक हजार से अधिक निवेशक, 300 इनक्यूबेटर, तीन हजार सम्मेलन प्रतिनिधि, 20 से अधिक देश के प्रतिनिधि, सभी भारतीय राज्यों के भावी उद्यमी, 50 से अधिक यूनिकॉर्न और 50 हजार से अधिक व्यवसायी शामिल हो सकते हैं।
पिछले आयोजनों से 100 गुना अधिक बढ़ा
सिंह ने कहा कि यह आयोजन इस तरह के पिछले किसी भी आयोजन के मुकाबले 100 गुना अधिक बड़ा है। नीति संवाद इस आयोजन का एक छोटा सा हिस्सा होगा। यह स्टार्टअप की खुशी मनाने, सफलता का प्रदर्शन करने के लिए है। सरकार इस आयोजन के लिए पीछे से एक बड़ी भूमिका निभा रही है। इस कार्यक्रम को एसोचैम, नैसकॉम, बूटस्ट्रैप इनक्यूबेशन एंड एडवाइजरी फाउंडेशन, टीआईई और इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन (आईवीसीए) मिलकर आयोजित कर रहे हैं। इस आयोजन को उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब (एमएसएच) और इन्वेस्ट इंडिया का भी समर्थन प्राप्त है।