उत्तर प्रदेश के बदायूं में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक शख्स ने तीन बच्चों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. इसमें दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि तीसरा बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने आरोपी साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. सामने आया है कि साजिद जब बच्चों को मारने के लिए घर में घुसा था तो उनकी मां से उधार रुपये भी मांगे थे.
यह घटना सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की बाबा कॉलोनी की है. मंडी पुलिस चौकी से चंद कदमों दूर ही वारदात को अंजाम दिया गया. मंगलवार देर शाम साजिद नाम का शख्स अपनी दुकान के सामने वाले विनोद सिंह के घर में घुस गया. इस दौरान उसने विनोद की पत्नी से पांच हजार रुपयों की मांग की.
साजिद कैसे घुसा घर में, क्या बोला, क्या किया?
पूरा मामला 19 मार्च 2024 का है। यूपी के बदायूँ में सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र में बाबा कॉलोनी में रहने वाले ठेकेदार विनोद ठाकुर के तीनों बच्चे अपने घर पर थे। शाम को 6:30 बजे उनके यहाँ घर के पास ही एक हेयर सैलून चलाने वाले साजिद और जावेद आए। विनोद ठाकुर की पत्नी संगीता ने गेट खोला तो उन्होंने उनसे क्लैचर माँगा और उसके बाद वो 5000 रुपए माँगने लगे।
अमर उजाला पर मौजूद वीडियो में संगीता (पीड़ित माँ) बताती हैं कि साजिद ने उनसे कहा कि उसकी बीवी की डिलीवरी होने वाली है, डॉक्टर ने समय दिया है, पाँच बच्चे पहले ही खत्म हो चुके हैं, उसे पैसों की सख्त जरूरत है। इसके बाद संगीता ने अपने पति विनोद ठाकुर को फोन किया और सारी बात बताई। विनोद ने भी कहा कि वो साजिद को पैसे दे दें क्योंकि मुश्किल समय सबपर आता है मदद करनी चाहिए। इसके बाद संगीता ने साजिद को 5000 रुपए दे दिए।
पैसे लेकर साजिद ने बच्चों की माँ से चाय बनाने को कहा। वह बोला- “भाभी चाय बनाओ मैं अभी ऊपर से आ रहा हूँ।” संगीता को लगा कि शायद बीवी अस्पताल में है इसलिए उसे बेचैनी होगी। संगीता ने उसे छत पर जाने दिया। इसके बाद साजिद ने बच्चों को छत पर बुलाया। यहाँ उसने बड़े वाले लड़के को अपने पास रोककर छोटे वाले से कहा कि वो पानी ले आए और बीच वाले से कहा वो गुटका ले आए।
सबके इधर-उधर पर ही साजिद ने आयुष और अहान का गला रेता। वहीं पीयूष ने जब छत पर जाकर देकर देखा तो वो चाकू लेकर उसके पीछे भी भागा लेकिन पीयूष किसी तरह बचकर चिल्लाते हुए नीचे आ गया। उसकी आवाज सुन माँ-दादी दोनों घबरा गए। उन्होंने ऊपर जाकर देखा तो सबके हाथ-पाँव फूल गए।
साजिद खून से सने हाथ लेकर उनके सामने खड़ा था और जावेद उसका नीचे इंतजार कर रहा था। माँ-दादी ने बच्चों का शव देख चिल्लाना शुरू किया तो पड़ोसी इकट्ठा हुए। उन्होंने संगीता और पीयूष किसी तरह बाहर खींचा और भीड़ जमाकर होकर मंडी समिति पुलिस चौकी गई। इस दौरान वहाँ आसपास के खोखों और कुर्सियों में तोड़फोड़ हुई।
बच्चों पर कुल्हाड़ी से हमला किया: दादी
बच्चों की दादी ने बताया कि देर शाम नाई की दुकान चलाने वाले एक शख्स ने घर में घुसकर तीन बच्चों आयुष, युवराज और आहान उर्फ हनी पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. जिसमें आयुष (12) और आहान (6) की मौत हो गई है, जबकि युवराज का जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसे इलाज के बाद घर भेज दिया गया. वहीं इस घटना से गुस्साए परिजनों और गांव वालों ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने आरोपी साजिद की दुकान में भी आग लगा दी और बाइक में तोड़फोड़ भी की. एसएसपी समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और भीड़ को संभाला.
बरेली जोन के आईजी ने क्या जानकारी दी?
बरेली जोन के आईजी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि दो बच्चों की जो नृशंस हत्या हुई है उसमें खून से लथपथ आरोपी साजिद उर्फ जावेद पुत्र बाबू मौके से भाग गया. हमारी टीम को जब पता चला और उसका पीछा किया तो वह शेखूपुर के जंगल में दिखाई दिया. वहां हमारी एसओजी और थाना पुलिस पीछा करती हुई पहुंची तो उसने पुलिस पर फायर किया जवाबी फायर में वह घायल हो गया और उसकी मृत्यु हो गई है.
इस घटना का इकलौता आरोपी: आईजी
आईजी के मुताबिक, साजिश इस घटना का इकलौता आरोपी था. खून से लथपथ भाग रहा था तो लोगों ने बताया कि एक व्यक्ति खून से लथपथ भाग रहा है तो उसका पीछा किया गया. उन्होंने बताया कि घटना के कारणों का पता किया जा रहा है. यह लेनदेन का मामला है अथवा कोई और रंजिश है इसकी गहनता से जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि अभी परिवार दुखी है इसलिए उससे ज्यादा बात नहीं की जा रही है.
पुलिस ने 3 घंटे में किया मुख्य आरोपित का एनकाउंटर
मामले की गंभीरता देखते हुए एसएसपी, डीएम घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने आयुष और आहान के शव को निकाला। लोगों ने उन्हें बताया कि आरोपित खून से सने हाथ लेकर भागा है। इतनी जानकारी होते ही पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली और मात्र घटना के तीन घंटे बाद ही खबर आई कि पुलिस ने मुख्य आरोपित साजिद को एनकाउंटर में मार दिया है। ये एनकाउंट शेखूपुर जंगल के पास हुआ।
दरअसल, पहले साजिद ने पुलिस पर गोली चलाने का प्रयास किया था। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे ढेर किया। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई भी घायल हैं। उनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि बच्चों की हत्या के बाद पीड़ित माँ-बाप का रो रोकर बुरा हाल है। जब उन्हें पता चला कि पुलिस ने साजिद को मार गिराया है तो उन्होंने माँग की कि उन्हें साजिश के शव को दिखाया जाए वरना वो वहीं पर आत्मदाह कर लेंगे। माता-पिता की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने उन्हें साजिद का शव दिखाने का आश्वासन दिया। वहीं ये भी कहा है कि मामले में जो साजिद द्वारा खून पीने की बात आ रही है, वो जाँच का विषय है, वो लोग उस पर जाँच कर रहे हैं। दूसरा आरोपित जावेद फरार है। पुलिस उसे ढूँढने की कोशिशों में लगी है।