भारत सेमीकंडक्टर की दुनिया में चीन का विकल्प बनकर वर्ल्ड लीडर बनना चाहता है. लेकिन ये राह इतनी आसान नहीं है. ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन भारत में अपनी फैक्टरी लगाने के लिए पहले अनिल अग्रवाल के वेदांता ग्रुप के साथ बातचीत कर रही थी, हालांकि वो डील टूट गई और अब कंपनी शिव नादर की एचसीएल के साथ एक जॉइंट वेंचर प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, लेकिन इसमें भी अड़चन नजर आ रही है.
दरअसल एचसीएल और ताइवान के फॉक्सकॉन ग्रुप ने जॉइंट वेंचर में एक सेमीकंडक्टर चिप असेंबली यूनिट लगाने का प्लान बनाया है. लेकिन सरकार उनके प्रस्ताव से संतुष्ट नहीं है. सरकार ने अब दोनों कंपनियों से अपने प्रोजेक्ट की और डिटेल शेयर करने को कहा है. फिलहाल दोनों के जॉइंट वेंचर प्रोजेक्ट से जुड़ी एक एप्लिकेशन सरकार के पास पड़ी है. दोनों ने ‘सेमीकंडक्टर मिशन’ के तहत इंसेटिव हासिल करने के लिए ये एप्लिकेशन दायर की है.
भारत ने सेमीकंडक्टर में आत्मनिर्भर और उसका देश से एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए सेमीकंडक्टर मिशन तैयार किया है. ये मिशन 10 अरब डॉलर का है.
सरकार को चाहिए ये जानकारी
ईटी की एक खबर के मुताबिक सरकार ने कंपनियों से पूछा है कि उनकी ‘आउटसोर्सड एसेंबली एंड टेस्टिंग’ (OSAT) फैक्टरी किस टेक्नोलॉजी पर काम करेगी. मतलब कि इस कंपनी में टेक्नालॉजी पार्टनर कौन सी टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करेगा. इस फैक्टरी के लिए एचसीएल और फॉक्सकॉन को एक टेक्नोलॉजी पार्टनर की जरूरत है. सरकार ने कंपनी से फैक्टरी के आउटपुट से जुड़ी जानकारियां भी मांगी हैं.
एचसीएल और फॉक्सकॉन ने इसी साल जनवरी में अपने जॉइंट वेंचर की घोषणा की थी. इसके तहत दोनों कंपनियां भारत में 10 से 15 करोड़ डॉलर का इंवेस्टमेंट करने जा रही हैं.
भारत का सेमीकंडक्टर प्लान
हाल में केंद्र सरकार ने सेमीकंडक्टर के 3 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है, इनमें सीजी पावर जापान की रेनेसस इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्प और थाईलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर गुजरात में एक सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएगी. जबकि टाटा सेमीकंडक्टर एसेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड असम के मोरीगांव में और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग कॉर्प के साथ मिलकर गुजरात में एक प्लांट लगाएगी .
सरकार का अनुमान है कि इन तीन सेमीकंडक्टर यूनिट्स में कुल 1.26 लाख करोड़ रुपए के निवेश आएगा. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड गुजरात के धोलेरा प्लांट पर करीब 91,000 करोड़ रुपए , टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड असम में 27,000 करोड़ रुपए, जबकि सीजी पावर गुजरात के साणंद में 7,600 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.