यूपी के बदायूं में हुई दो बच्चों की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस लगातार अपनी कार्रवाई कर रही है. इसी बीच खबर आई है कि हत्यारोपी जावेद दो गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों बच्चों की हत्या के बाद से ही आरोपी जावेद फरार था. जबकि, उसके भाई साजिद को पुलिस ने पहले ही एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस ने जावेद को बरेली से गिरफ्तार किया है. वह नेपाल भागने की फिराक में था.
जानकारी के मुताबिक, घटना के बाद जावेद मोबाइल बन्द करके दिल्ली भाग गया था. वहां से वह बरेली आ गया था. देर रात सेटेलाईट बस स्टैंड पर स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. जावेद का एक वीडियो भी सामने आया है. बताया जा रहा है कि जावेद नेपाल भागने वाला था. लेकिन जब पकड़ा गया तो कहने लगा कि वो सरेंडर करना चाहता था. लेकिन उससे पहले ही वो पकड़ा गया.
उधर दूसरी तरफ, दोनों मासूमों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों पर धारधार हथियार से ताबड़तोड़ कई वार किए गए. आयुष के शरीर पर 14 जख्म के निशान मिले हैं. जबकि, अहान के शरीर पर 2 घाव थे. कातिल साजिद ने जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया उससे यही सामने आ रहा है कि वो किसी भी हाल में दोनों बच्चों को जिंदा नहीं छोड़ना चाहता था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि 12 साल के मासूम आयुष की गर्दन पर चाकू के तीन वार किए गए हैं. इसके अलावा उसके कंधे और छाती पर भी चाकू के वार हुए हैं. एक चाकू का वार आयुष के कान पर भी हुआ है. वहीं, 8 वर्षीय अहान पर चाकू के दो बार किए गए हैं, जिनमें एक वार उसकी गर्दन पर किया गया. वार इतना तेज था कि एक बच्चे के गर्दन कि हड्डी तक कट गई. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू को बरामद कर लिया है. चाकू पर खून भी लगा हुआ है. बच्चों से खून से मिलान करने के लिए चाकू को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.
उधर, हत्यारोपी साजिद का भी पोस्टमार्टम हुआ. रिपोर्ट में सामने आया कि साजिद को मुठभेड़ में तीन गोलियां लगीं. दो छाती पर और एक गोली पेट पर लगी. पुलिस ने फिलहाल आरोपी साजिद और जावेद के पिता बाबू एवं उनके चाचा कयामुद्दीन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
जावेद पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित
पुलिस ने जावेद और साजिद दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है. बुधवार की देर शाम पुलिस ने जावेद की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. घटना को लेकर इलाके में अभी भी भारी रोष है. कुछ हिंदूवादी संगठनों ने बुधवार को सुबह इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया. यह मामला दो अलग-अलग समुदायों से जुड़ा है. इसी के मद्देनजर क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है.
पुलिस ने नाबालिग भाइयों की हत्या के आरोपियों के पिता और चाचा को बुधवार को हिरासत में ले लिया. पुलिस महानिरीक्षक (बरेली रेंज) आरके सिंह ने को बताया कि हत्या के कुछ घंटों बाद ही आरोपी साजिद (22) को मुठभेड़ में मार गिराया गया.
क्या है बदायूं हत्याकांड की पूरी कहानी?
बच्चों के पिता द्वारा दर्ज करवाई गई FIR के मुताबिक, आरोपी साजिद मृतक बच्चों के परिवार का जानकार था और मंगलवार के दिन अपनी पत्नी के प्रसव के लिए उनसे रुपये मांगने वहां गया था. वह अपने भाई जावेद के साथ उनके घर आया. जैसे ही बच्चों की मां ने संगीता ने पैसे लेने के लिए कमरे में घुसी तो साजिद और जावेद ने उनके तीन नाबालिग बच्चों- आयुष (12), अहान उर्फ हनी (8) और युवराज (10) पर चाकू से हमला कर दिया. आयुष और अहान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि युवराज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया.
घर की छत पर दिया हत्याकांड को अंजाम
मृतकों के पिता विनोद कुमार के मुताबिक, ”आरोपी साजिद अपने भाई जावेद के साथ मंगलवार शाम सात बजे हमारे घर पहुंचा. साजिद ने मेरी पत्नी संगीता से अपनी पत्नी के प्रसव के लिए पांच हजार रुपये मांगे. जब मेरी पत्नी पैसे लेने अंदर गई तो साजिद घर की छत पर चला गया और जावेद भी छत पर पहुंच गया जिसके बाद दोनों ने मेरे दो बेटे- आयुष और अहान को भी छत पर बुलाया. दोनों ने तेज धारदार चाकू से मेरे बेटों पर हमला कर दिया.” विनोद के मुताबिक, जब मेरी पत्नी पैसे लेकर बाहर आई तो उसने साजिद और जावेद को नीचे आते देखा. मेरी पत्नी को देखकर उन्होंने कहा-आज मैंने अपना काम कर दिया है और घटनास्थल से फरार हो गये. आरोपियों ने युवराज पर भी हमला किया जो अस्पताल में भर्ती है और उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है. मृतक बच्चों के पिता एक निजी ठेकेदार हैं और घटना के समय वह जिले से बाहर थे. घर पर उनकी पत्नी संगीता के अलावा उनकी मां भी मौजूद थीं. फिलहाल पुलिस आगामी कार्रवाई कर रही है.