लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों की घोषणा हो चुकी है। लोकसभा के लिए पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को और सातवें चरण का चुनाव 1 जून को होगा। देश के अलग-अलग हिस्सों में चुनाव निष्पक्ष और लोकतांत्रिक प्रक्रिया से हो, इसके लिए चुनाव आयोग एक्शन मोड में आ चुका है। दरअसल लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है। चुनाव आयोग ने गुजरात, पंजाब, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। दरअसल आयोग ने चार राज्यों यानी गुजरात, पंजाब, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में जिला मिजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक के पदों पर तैनात गैर कॉडर अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है।
चुनाव आयोग का एक्शन
यही नहीं जिन नेताओं के सगे-संबंधी इन पदों पर तैनात हैं, असम और पंजाब में उनको भी चुनाव आयोग ने ट्रांसफर कर दिया है। इस बाबत चुनाव आयोग ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह साफ और पारदर्शी हो, इसे ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग की तरफ से यह फैसला लिया गया है। बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार द्वारा एक बैठक की गई थी। इस बैठक में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू भी शामिल थे। इस बैठक के बाद चुनाव आयोग द्वारा यह फैसला लिया गया है। जिन अधिकारियों का ट्रांसफर हुआ है, उसमें अलग-अलग राज्यों के अधिकारी शामिल हैं।
इन अधिकारियों का हुआ ट्रांसफर
उदयपुर छोटा के और अहमदाबाद ग्रामीण क्षेत्र के असमपी का ट्रांसफर हुआ है। पठानकोट, फाजिलका, जालंधर ग्रामीण, मालेरकोटला के एसएसपी का ट्रांसफर किया गया है। वहीं धानेखाल, के जिलाधिकारी यानी डीएम, देवघर के एसपी, कटक ग्रामीण के एसपी, पूर्व मिदनापुर के डीएम, झारग्राम, पूर्ब बर्धमान, बीरभूम जिले के डीएम का ट्रांसफर किया गया है। साथ ही बठिंडा के एसएसपी, सोनीतपुर के एसपी का भी चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ट्रांसफर कर दिया है।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को भारत निर्वाचन आयोग ने पंजाब में जालंधर के उपायुक्त, एक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और एक पुलिस उप महानिरीक्षक के स्थानांतरण का आदेश दिया था. एक अधिकारी ने बताया कि यह तबादले चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनावों की घोषणा के तीन दिन बाद किए गए हैं. बयान में कहा गया है कि यह कार्रवाई प्राप्त शिकायत के आधार पर की गई.