लोकसभा चुनाव को देखते हुए बिहार में महागठबंधन के बीच राज्य की 40 लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है. सूत्रों के मुताबिक, समझौते के तहत, लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल 26 सीटों पर, कांग्रेस 9 सीटों पर, वामपंथी दल पांच सीटों पर और सीपीआईएमएल तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों का कहना है कि निर्वाचन क्षेत्रों पर अंतिम फैसला लेने के लिए पार्टियां आज दिल्ली में बैठक करेंगी, जिसके बाद पटना में सीट बंटवारे पर औपचारिक घोषणा की जाएगी.
दिल्ली में आज महागठबंधन की बड़ी बैठक
दिल्ली में आज होने वाली बैठक में महागठबंधन के सभी दलों के प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे. सूत्रों का कहना है कि संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और गांधी परिवार भी बैठक में शामिल हो सकता है. बता दें कि कांग्रेस ने 2019 में भी 9 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इनमें से पार्टी को सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हुई थी. वहीं आरजेडी एक भी सीट हासिल नहीं कर सकी थी. वहीं एनडीए ने 40 में से 39 सीटें जीती थीं, जिनमें से बीजेपी ने 17 सीटों , नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड सिर्फ एक सीट पीछे रही और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी सभी छह सीटों पर चुनाव जीती थी.
NDA में बीजेपी लड़ेगी सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव
इस बार, नीतीश कुमार महागठबंधन का साथ छोड़ एक बार फिर से एनडीए में वापस आ गए हैं. बीजेपी ने चिराग पासवान को पार्टी में विभाजन और उनके चाचा पशुपति पारस के विद्रोही तेवर के बावजूद फिर से मौका दिया है. जल्द ही इसका ऐलान भी किया जाएगा. दरअसल बिहार में पहले चरण के नामांकन की समय सीमा गुरुवार को खत्म हो रही है. बता दें कि एनडीए ने पिछले हफ्ते औपचारिक रूप से बिहार में अपनी सीटों की हिस्सेदारी का ऐलान किया था. जिसमें बीजेपी सबसे ज्यादा 17 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है.
NDA में कौन कितनी सीटों पर लड़ेग चुनाव?
नीतीश कुमार की जेडीयू को पिछले चुनाव में एनडीए गठबंधन में सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं, इस बार वह बीजेपी से एक सीट कम पर यानी कि 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं लोक जनशक्ति पार्टी पांच सीटें और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और उपेन्द्र कुशवाह की आरएलएम को एक-एक सीट मिली है.