असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छह अप्रैल को राज्य में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार करेंगे. शर्मा ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि पार्टी नेता शाह लखीमपुर संसदीय क्षेत्र और काजीरंगा सीट के अंतर्गत आने वाले होजई में प्रचार करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनाव प्रचार को लेकर चर्चा की है और इस पर काम किया जा रहा है. हमें कल या परसों तक विस्तृत जानकारी मिल जाएगी.” शर्मा एक अप्रैल से माजुली में साइकिल रैली में शामिल होकर राज्य में अपना प्रचार अभियान शुरू करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीदवारों ने पहले ही अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार अभियान शुरू कर दिया है और उनमें से प्रत्येक प्रतिदिन 10 से 12 जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि इस बार अभियान का सबसे महत्वपूर्ण पहलू बूथ समितियों द्वारा सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण होगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या कोई लाभार्थी उन सरकारी योजनाओं से वंचित तो नहीं रह गया है जिनके वे हकदार हैं. शर्मा ने कहा कि बूथ समितियां चुनाव के बाद सरकार को सूची सौंपेंगी और ‘‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जो लोग छूट गए हैं उन्हें भी योजनाओं में शामिल किया जाये.”
राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के कार्यान्वयन के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ मुद्दों का समाधान करने की जरूरत है और यह काम लोकसभा चुनाव के बाद किया जाएगा. राज्य में भाजपा की संभावनाओं को लेकर शर्मा ने कहा कि पार्टी 11 सीट पर आराम से जीत हासिल करेगी और दो सीट करीमगंज और नगांव में कांग्रेस और एआईयूडीएफ के साथ त्रिकोणीय मुकाबला होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों सीट पर भाजपा की स्थिति बेहतर है और हम जीत के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे.” कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन बोरा के 2026 में राज्य में मुख्यमंत्री बनने के दावे के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, ‘‘यदि वह भाजपा में शामिल होते हैं तो बन सकते हैं, लेकिन यदि वह कांग्रेस में रहते हैं तो मुख्यमंत्री नहीं बन सकते.” शर्मा कई बार यह दावा कर चुके हैं कि बोरा 2025 तक भाजपा में शामिल हो जाएंगे.