उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उनका मिसाइल प्रेम जगजाहिर है। आए दि इस तरह की खबरें आती हैं जब उत्तर कोरिया मिसाइलों का परीक्षण करता साथ ही इन्हें सफल भी बताता है। उत्तर कोरिया का पड़ोसी देशों और अमेरिका के साथ परमाणु गतिरोध हमेशा से बरकरार रहा है। गतिरोध को दरकिनार कर उत्तर कोरिया की करफ से हथियारों का प्रदर्शन जारी है। उत्तर कोरिया लगातार अपने हथियारों के बेड़े को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाता जा रहा है। अब उत्तर कोरिया ने ठोस ईंधन से संचालित मध्यम दूरी की एक नई हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है। देश की सरकारी मीडिया की तरफ से बुधवार को यह जानकारी दी गई है।
दक्षिण कोरिया का विरोध
उत्तर कोरिया की तरफ से किए गए हाइपरसोनिक मिसाइल परीक्षण के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है। दक्षिण कोरिया हमेशा से उत्तर कोरिया की इस तरह की हरकतों का विरोध करता रहा है। दक्षिण कोरिया का आरोप है कि उत्तर कोरिया उकसाने के लिए इस तरह के मिसाइल परीक्षण कर रहा है, इस तरह का परीक्षण कोरियाई प्रायद्वीप की शांति के लिए गंभीर खतरा हैं।
किम जोंग उन ने क्या कहा
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने यह जानकारी ऐसे समय में दी जब एक दिन पहले दक्षिण कोरियाई और जापानी सेनाओं ने उत्तर कोरिया द्वारा पूर्वी सागर की ओर मिसाइल दागे जाने का पता लगाया था। हाइपरसोनिक मिसाइल के कथित सफल परीक्षणके बाद उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने घोषणा की कि उनके देश ने सभी रेंज की मिसाइल के लिए ठोस-ईंधन चालित, परमाणु-सक्षम प्रणाली बनाने की क्षमता हासिल कर ली है।
किम ने लिया संकल्प
किम ऐसे हथियार बनाने की कोशिश कर रहे हैं जो अमेरिका और एशिया में उसके प्रतिद्वंद्वियों को डरा सके। उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने कहा कि परीक्षण की निगरानी किम ने की और उन्होंने ह्वासोंग-16बी मिसाइल को अपने परमाणु युद्ध निवारक हथियारों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। उन्होंने अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान का जिक्र करते हुए अपने ‘‘दुश्मनों’’ का मुकाबला करने के लिए ऐसे और हथियार विकसित करने का संकल्प लिया।