निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस को चेताया है कि चुनाव प्रचार के दौरान महिलाओं का अपमान नहीं कर सकते. बीजेपी नेता हेमा मालिनी पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला की टिप्पणी के बाद चुनाव आयोग ने ये हिदायत दी है. बीजेपी की मथुरा से सांसद हेमा मालिनी के बारे में कथित टिप्पणी के लिए कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला को चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस भी भेजा है.
चुनाव आयोग ने रणदीप सुरजेवाला के बयान को “अशोभनीय, अश्लील और असभ्य” कहा.
कंगना रनौत पर विवाद को लेकर सुप्रिया श्रीनेत पर अपनी सख्ती का हवाला देते हुए आयोग ने अपने नोट में कहा, “ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि आयोग द्वारा आपके स्तर पर पार्टी के संज्ञान में लाने के बावजूद, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रचारक अभी भी इसमें शामिल हैं. ऐसे बयानों को लेकर जो महिलाओं के सम्मान और प्रतिष्ठा के खिलाफ है.”
चुनाव आयोग ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे से ये सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की सूची भी मांगी गई है कि चुनाव आयोग की सलाह का अनुपालन किया जाए.
सुरजेवाला ने अपने भाषण का वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा करते हुए कहा था, ‘‘भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ को काट-छांट, तोड़-मरोड़ करने, फ़र्ज़ी-झूठी बातें फ़ैलाने की आदत बन गई है, ताकि वह रोज़ मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को ख़त्म करने की साज़िश से देशवासियों का ध्यान भटका सके.”
उन्होंने कहा, ‘‘पूरा वीडियो सुनिए. मैंने कहा कि हम तो हेमा मालिनी जी का भी बहुत सम्मान करते हैं. क्योंकि धर्मेंद्र जी से उनका विवाह हुआ है, वह बहू हैं हमारी.”
सांसद ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम, कि कांग्रेस नेतृत्व ऐसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं करता? उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीखना चाहिए कि महिलाओं का सम्मान कैसे करना चाहिए.
सुरजेवाला ने हरियाणा में एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए हेमा मालिनी को लेकर कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी की थी.