चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी OpenAI ने भारत में पहला इंम्प्लॉई हायर किया है. कंपनी ने Truecaller में डायरेक्टर ऑफ पब्लिक अफेयर्स की जिम्मेदारी संभाल चुकी प्रज्ञा मिश्रा को पहले इंम्प्लॉई के तौर पर नियुक्त किया है. बताया जा रहा है, कि प्रज्ञा मिश्रा देश में सार्वजनिक नीति मामलों और भागीदारी का नेतृत्व करेंगी. यह इस महीने के अंत से जिम्मेदारी संभाल सकती हैं.
ओपनएआई ने यह फैसला ऐसे वक्त में किया है जब डीपफेक और आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी के कई दुरुपयोग देखने को मिल रहे हैं. दूसरी तरफ चुनावों के दौरान भी एआई तकनीक इस्तेमाल में आ रही है. ऐसे में प्रज्ञा मिश्रा का नेतृत्व इसमें जरूरी भूमिका निभाएगा
बता दें, कि प्रज्ञा मिश्रा इससे पहले ट्रूकॉलर के लिए सार्वजनिक मामलों के निदेशक के रूप में काम कर चुकी हैं. जहां उन्होंने सरकारी मंत्रालयों, निवेशकों, प्रमुख हितधारकों और मीडिया भागीदारों के साथ मिलकर काम किया है. इससे पहले, उन्होंने मेटा प्लेटफॉर्म के साथ भी तीन साल तक काम किया है.
इससे पहले क्या-क्या कर चुकी
उन्होंने 2018 में गलत सूचना के खिलाफ व्हाट्सएप के अभियान का भी नेतृत्व किया था और अर्न्स्ट एंड यंग के साथ-साथ दिल्ली में रॉयल डेनिश एंबेसी के साथ भी काम कर चुकी है. मिश्रा ने 2012 में इंटरनैशनल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट से एमबीए की डिग्री ली थी.
कितनी की है पढ़ाई?
प्रज्ञा मिश्रा की शिक्षा की बात करें तो इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कॉमर्स में ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के बाद लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से Bargaining and Negotiations में डिप्लोमा भी किया है. वो इंस्टाग्राम पर एक इन्फ्लुएंसर के तौर पर काम करती रही हैं. वह ध्यान और चेतना जैसे विषयों को कवर करने वाले प्रज्ञान पॉडकास्ट भी करती रही हैं.
कौन हैं Pragya Mishra?
Pragya Mishra की लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, ये जुलाई 2021 से ट्रूकॉलर के साथ जुड़ी हुई हैं और ट्रूकॉलर के लिए सार्वजनिक मामलों के निदेशक के रूप में कार्य कर रही हैं. ट्रूकॉलर के साथ जुड़ने से पहले इन्होंने फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा के साथ कम्यूनिकेशन मैनेजर के तौर पर तीन साल तक काम किया. इसके अलावा, प्रज्ञा मिश्रा अर्न्स्ट एंड यंग और नई दिल्ली में रॉयल डेनिश दूतावास के साथ भी काम कर चुकी हैं.