दिल्ली आबकारी नीति घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जारी किए गए समन को चुनौती देने वाली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई होगी।
वहीं, दिल्ली सीएम के शुगर लेवल की नियमित जांच और उनके निजी डॉक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कंसल्टेशन करने की मांग वाली याचिका पर भी आज राउज एवेन्यू कोर्ट फैसला सुना सकता है. याचिका में केजरीवाल को उनके खिलाफ ED, CBI और दिल्ली पुलिस की दर्ज सभी आपराधिक मामलों में असाधारण अंतरिम जमानत देने का भी अनुरोध किया गया है. याचिका में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया और अतीक अहमद की हिरासत में हत्याओं का जिक्र करते हुए तिहाड़ जेल में केजरीवाल की सुरक्षा खतरे में है.
ED की ओर से पेश वकील जोहेब हुसैन ने कहा कि उन्होंने मुझे आवेदन में प्रतिवादी पक्ष बनाया है. आपने मुझे पक्ष क्यों बनाया? यह तथ्य कि उन्होंने दुर्भावना से आरोप लगाए हैं, ED को पक्ष बनाते हैं. उन्होंने दलीलें दी हैं, जिसके लिए मुझे जवाब देना होगा.
20 मार्च को हुई पिछली सुनवाई पर अंतरिम राहत देने से इन्कार करते हुए न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति मनोज जैन की पीठ ने केजरीवाल के अधिवक्ता से पूछा था कि बार-बार समन जारी होने के बाद भी पेश क्यों नहीं हो रहे हैं। साथ ही अदालत ने ईडी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
तिहाड़ प्रशासन ने LG को सौंपी रिपोर्ट
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल को जेल में इंसुलिन नहीं देने का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा है कि केजरीवाल की सेहत से जेल में खिलवाड़ हो रहा है. उधर, बीजेपी नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल की जमानत के लिए आम आदमी पार्टी के नेता लगातार झूठ बोल रहे हैं. उन्हें लोगों के सामने झूठ बोलना बंद करना चाहिए. वही, तिहाड़ प्रशासन ने केजरीवाल की सेहत को लेकर LG को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें कहा गया है कि गिरफ्तारी से कई महीने पहले केजरीवाल ने इंसुलिन लेना बंद कर दिया था.
केजरीवाल से डॉक्टरों ने 40 मिनट तक की बात
तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को परामर्श प्रदान किया. दरअसल, जेल प्रशासन ने AAP नेता सौरव भारद्वाज के आरोप का जवाब दिया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि जेल में कोई मधुमेह विशेषज्ञ नहीं है. एक जेल अधिकारी का कहना है कि 40 मिनट की डिटेल एडवाइस के बाद केजरीवाल को आश्वासन दिया गया कि कोई गंभीर चिंता वाली बात नहीं है. उन्हें दी गई दवाएं आगे भी खाने के लिए कहा गया है. साथ ही साथ नियमित रूप से मूल्यांकन और समीक्षा की जाती रहेगी.
21 मार्च को हुई थी दिल्ली सीएम की गिरफ्तारी
दंडात्मक कार्रवाई से अंतरिम सुरक्षा देने से दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा इन्कार करने के बाद ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी, पूछताछ और जमानत देने के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम के कुछ प्रविधानों की संवैधानिक वैधता को भी केजरीवाल ने चुनौती दी है।
मालूम हो कि 21 मार्च को अदालत ने ईडी से केजरीवाल की गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग वाली याचिका पर भी जवाब देने को कहा था।
संजय सिंह ने हत्या की साजिश का लगाया आरोप
AAP नेता संजय सिंह ने दावा किया, ‘सीएम केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है. अगर किसी मधुमेह रोगी को समय पर इंसुलिन नहीं दिया जाता है, तो यह उनके लिए जीवन और मृत्यु का प्रश्न बन जाता है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह केजरीवाल की हत्या की साजिश है. सिंह ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि दिल्ली के लोग 25 मई को मतदान के जरिए इस अपराध का उचित जवाब देंगे.’