राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने सोमवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया। घोषणापत्र को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पवार ने कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल, प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे और वरिष्ठ मंत्री छगन भुजबल की उपस्थिति में जारी किया।
🔰22-04-2024 🛣️ मुंबई
⏱️ लोकसभा निवडणूक 2024| राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष जाहीरनाम्याची घोषणा
https://t.co/sgmrGyf48u
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) April 22, 2024
एनसीपी, जो अब एनडीए की सहयोगी और महाराष्ट्र में महायुति सरकार में सत्तारूढ़ भागीदार है, ने किसानों के लिए जाति आधारित जनगणना और न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग की है।
भारत रत्न पुरस्कार से लेकर ये बड़ी मांग
इसमें पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण को प्रतिष्ठित भारत रत्न पुरस्कार देने और मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिलाने की अपनी मांगों को आगे बढ़ाएगी। इसके अलावा, पार्टी का मानना है कि महायुति सरकार महाराष्ट्र को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सक्षम है।
किसानों के लिए क्या-क्या?
घोषणापत्र में किसानों को उनके अधिकार के रूप में न्यूनतम समर्थन मूल्य का समर्थन देना और उन्हें इसकी सुरक्षा का आश्वासन देना है। एनसीपी ने किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना दिए जाने वाले 12,000 रुपये के अनुदान में वृद्धि की मांग की है, जिसमें केंद्र से 6,000 रुपये और राज्य सरकार से 6,000 रुपये शामिल हैं। इसके अलावा, पार्टी ने मुद्रा योजना के तहत ऋण को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये करने का प्रयास करने का प्रस्ताव दिया है।
बिजली आपूर्ती के लिए पार्टी करेगी ये काम
बिजली के पारंपरिक स्रोतों पर किसानों की निर्भरता को कम करने के लिए, एनसीपी ने कहा कि बिजली आपूर्ति के स्थायी स्रोत प्रदान करने और सौर ऊर्जा, गतिज ऊर्जा, जलविद्युत परियोजनाओं आदि को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे।
इसके अलावा, पार्टी 12 बलुतेदार (कारीगरों, शिल्पकारों) वर्गों के लिए विश्वकर्मा योजना का दायरा बढ़ाने का प्रस्ताव लाई है। पार्टी निजी कंपनियों में शिक्षित और कुशल युवाओं का पारिश्रमिक मौजूदा 12,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रति माह करने का प्रयास करेगी। घोषणापत्र में कहा गया है कि एनसीपी ने क्रांतिकारी फैसले को राष्ट्रीय स्तर पर दोहराने का संकल्प लिया है।
पेपर लीक को रोकने के लिए सख्त कानून
एनसीपी ने पेपर लीक को रोकने और भर्ती प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए एक सख्त कानून बनाने की मांग की है। वरिष्ठ नागरिकों को ‘सिल्वर इकोनॉमी’ करार देते हुए एनसीपी ने पूरे देश में 60 साल से ऊपर के लोगों को रेलवे और मेट्रो यात्रा पर 50 प्रतिशत की छूट देने और 70 साल से अधिक उम्र के नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत योजना लागू करने का प्रस्ताव रखा है।
वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर बड़े पैमाने पर नदी-जोड़न और नदी-शुद्धिकरण परियोजनाओं को शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा है। एनसीपी ने ‘बिरसा मुंडा जल संरक्षण योजना’ को भी लागू करने की मांग की है।