पश्चिम बंगाल का उत्तर 24 परगना जिले का संदेशखाली पिछले कई महीने से सुर्खियों में है. इस मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भूमि विवाद, मारपीट और महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण के मामले में संदेशखाली के 5 पावरफुल असरदार लोग और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इसके साथ ही मामले में जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि हाई कोर्ट ने जो आदेश दिया था कि संदेशखाली के लोग अब सीधा सीबीआई को किसी भी मामले की शिकायत कर सकते हैं, जिसके बाद सीबीआई ने अपनी ईमेल आईडी संदेशखाली के लोगों के लिए जारी की थी. हालांकि, इसके बाद से ही सीबीआई को कई शिकायतें आईं थीं. वहीं, सीबीआई ने इन शिकायतों में से अब पहला केस दर्ज कर लिया है.
सीबीआई ने शुरू की जांच-पड़ताल
सीबीआई टीम के सूत्रों का कहना है कि हमने संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध और जमीन कब्जाने के मामले की जानकारी ली और पीड़ितों के बयान दर्ज किए. दरअसल, कलकत्ता हाई कोर्ट ने बीते हफ्ते ही सीबीआई को संदेशखाली मामले की जांच करने का आदेश दिया था. कोर्ट ने सीबीआई को जांच कर अदालत में जांच रिपोर्ट देने को कहा है. टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों पर संदेशखाली में लोगों की जमीन कब्जाने और महिलाओं का यौन शोषण करने का गंभीर आरोप है.
फिलहाल, टीएमसी नेता शाहजहां शेख समेत अन्य आरोपी अभी जेल में बंद हैं. कलकत्ता हाई कोर्ट ने संदेशखाली के आरोपों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि संदेशखाली में यदि यौन उत्पीड़न के आरोप एक प्रतिशत भी सही हैं तो यह बेहद शर्मनाक स्थिति होगी. इस मामले का संज्ञान लेकर हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार को भी फटकार लगाई थी.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि बीते 5 जनवरी को पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय की टीम जब राशन घोटाले के मामले में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के ठिकानों पर छापेमारी करने गई थी, उस दौरान ईडी की टीम पर शाहजहां शेख के गुंड़ों का हमला हुआ था, जिसमें कई अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुए थे. हालांकि, इस घटना के बाद से ही टीएमसी नेता शाहजहां शेख फरार चल रहा था.
उसी दौरान संदेशखाली मेंमहिलाओं के यौन शोषण और लोगों की जमीन कब्जाने के मामले का भी खुलासा हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया था.