भारतीय नौसेना ने अरब सागर में लगातार दूसरे देशों को भी मदद पहुंचा रही है. कभी समुद्री डकैतों से तो कभी मेडिकल इमरजेंसी में, किसी भी स्थिति में सूचना मिलते ही टीम जरूरी मदद कर रही है. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. इसमें भारतीय नौसेना ने एक इमरजेंसी कॉल का जवाब देते हुए 20 पाकिस्तानी चालक दल के सदस्यों को ले जा रहे मछली पकड़ने वाले एक ईरानी जहाज को फौरन मेडिकल हेल्प प्रदान की. इसमें से चालक दल का एक सदस्य पूरी तरह से डूब गया था.
नौसेना ने शनिवार (4 मई 2024) को एक बयान जारी कर कहा कि एक इमरजेंसी कॉल का फौरन जवाब देते हुए अरब सागर में समुद्री डकैती को रोकने के लिए तैनात आईएनएस सुमेधा मिशन ने एक ईरानी जहाज को महत्वपूर्ण मेडिकल हेल्प मुहैया कराई. इस जहाज में 20 पाकिस्तानी चालक दल सवार थे.
30 अप्रैल को पहुंचाई गई मदद
नौसेना ने बताया कि पैट्रोलिंग शिप आईएनएस सुमेधा ने यह मदद 30 अप्रैल को पहुंचाई. तब सूचना के बाद शुरुआती घंटों में एफवी अल रहमानी को रोका गया. हमारी एक मेडिकल एक्सपर्ट्स की टीम ईरानी जहाज पर चढ़ी और चालक दल के एक सदस्य को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की. उसे सांस लेने में कठिनाई हो रही थी. कुछ देर बाद उसे होश आ गया. वायुसेना ने अपने बयान में कहा है कि अरब सागर में तानात भारतीय नौसेना की इकाइयां क्षेत्र में काम करने वाले नाविकों की सुरक्षा और सहायता के प्रति उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं.
In a swift response to a distress call, INS Sumedha, mission deployed for anti-piracy operations in the Arabian Sea provided critical medical assistance to an Iranian FV (with 20 Pakistani crew), for a near-drowning case of one of its crew members: Indian Navy pic.twitter.com/ImnbSFpV6v
— ANI (@ANI) May 4, 2024
28 मार्च को भी पहुंचाई थी मदद
बता दें कि मार्च में भारतीय नौसेना ने एक ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज के 23 सदस्यीय चालक दल को सफलतापूर्वक बचाया था, जिसे सोमालिया के पास सशस्त्र समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था. जहाज अल-कंबर 786 को 28 मार्च को अरब सागर में सोकोट्रा, यमन के दक्षिण-पश्चिम में नौ समुद्री लुटेरों ने अगवा कर लिया था. इसके बाद आईएनएस सुमेधा और आईएनएस त्रिशूल ने 12 घंटे से अधिक समय तक ऑपरेशन चलाकर समुद्री डाकुओं को सरेंडर करने के लिए मजबूर कर दिया था.