विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि गुलाम कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है और देश की हर राजनीतिक पार्टी उसकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह वास्तव में हमारी राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है।
PoK पर लोगों के मन की बात पूरी होगी
विदेश मंत्री जयशंकर बुधवार को गार्गी कालेज में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों ने मान लिया था कि अनुच्छेद 370 को बदला नहीं जा सकता, लेकिन भाजपा सरकार ने अगस्त, 2019 में उसे निरस्त कर दिया।
जयशंकर ने कहा कि आज देशवासियों के मन में गुलाम कश्मीर का मुद्दा भी आ गया है। यदि आपके विचारों में आ गया है तो बाकी चीजें निश्चित रूप से किसी न किसी बिंदु पर पूरी होंगी।
गुलाम कश्मीर में लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं
जयशंकर ने आगे कहा कि गुलाम कश्मीर में बिगड़ती आर्थिक स्थिति को लेकर राजनीतिक और मानवाधिकार संगठनों ने लंबा मार्च निकाला है। साथ ही 11 मई को पीओके के मुजफ्फराबाद में धरने का आह्वान किया है।
यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) और ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) ने संयुक्त बयान में घोषणा की है कि गंभीर बेरोजगारी, गेहूं और आटे पर सब्सिडी रद करने सहित अन्य मुद्दों को उठाया जाएगा।
जयशंकर ने दिया ‘विश्व बंधु भारत’ का उदाहरण
विश्व बंधु भारत पर विदेश मंत्री ने कहा, ‘उत्तरी अमेरिका में एक देश है जिसकी रिपोर्ट थी कि उसके पास लोगों की संख्या की तुलना में 8 गुना अधिक वैक्सीन थीं. जमैका के विदेश मंत्री ने तो यहां तक कहा कि ‘भारत मेरे अंदर है’.’ उन्होंने कहा, ‘मैं विश्व बंधू का दूसरा उदाहरण देता हूं, जो उदारता को दिखाता है. खाड़ी देश हर दिन भारत से खाना आयात करते हैं, यहां तक कि लॉकडाउन के दौरान भी हमने यह सुनिश्चित किया. बहुत से लोगों से चले जाने के लिए कहा गया लेकिन भारतीयों के प्रति वे बेहद दयालु थे.’
राजनाथ ने भी कहा था- PoK जल्द होगा भारत का हिस्सा
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पीओके पर बयान देते हुए कहा था कि वहां हमें कुछ करने की जरूरत नहीं है और वो खुद भारत में आ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पीओके के लोग अब उब चुके हैं और वहां से भारत में आना चाहते हैं।