गाजा में जान गंवाने वाले भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी कर्नल वैभव अनिल काले को यहां स्थित भारतीय दूतावास के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र और इजराइल सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को श्रद्धांजलि दी। काले (46) सोमवार को सुबह संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग (यूएनडीएसएस) के अन्य कर्मचारियों के साथ वैश्विक संस्था के वाहन में रफह स्थित यूरोपियन हॉस्पिटल जा रहे थे, तभी वह हमले की चपेट में आ गए और उनकी जान चली गई थी।
कर्नल काले को दी गई श्रद्धांजलि
भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि कर्नल काले के पार्थिव शरीर को भारत ले जाया जा रहा है। दूतावास ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें पोस्ट करते हुए कहा, ‘‘दूतावास के अधिकारियों के साथ-साथ इजराइल के विदेश मंत्रालय, इजराइल रक्षा बल और यूएनडीएसएस तथा संयुक्त राष्ट्र के अन्य संगठनों के अधिकारियों ने कर्नल वैभव अनिल काले (सेवानिवृत्त) को श्रद्धांजलि दी।’’
भारतीय सेना से 2022 में, समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेने वाले कर्नल काले दो महीने पहले संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग में सुरक्षा समन्वय अधिकारी नियुक्त किए गए थे। उन्होंने कश्मीर में 11 जम्मू-कश्मीर राइफल्स की कमान संभाली थी।
मारे गए संयुक्त राष्ट्र के 190 से अधिक कर्मचारी
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘‘हम भारत की सरकार और लोगों के प्रति खेद और संवेदना व्यक्त करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत द्वारा दिए गए योगदान की सराहना करते हैं।’’ गुतारेस ने भी काले के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने तत्काल मानवीय संघर्ष विराम और सभी बंधकों की रिहाई किए जाने की अपील भी की था। उन्होंने कहा था कि गाजा में अब तक संयुक्त राष्ट्र के 190 से अधिक कर्मचारी मारे गए हैं।