पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उनका देश तबाही की ओर बढ़ रहा है और उसके टुकड़े हो सकते हैं. इमरान ने शहबाज शरीफ सरकार पर सेना को उनकी पार्टी के खिलाफ खड़ा करने की साजिश रचने का आरोप भी लगाया.
जमां पार्क स्थित अपने घर से 70 साल के इमरान ने एक वीडियो मैसेज में कहा कि राजनीतिक अस्थिरता को खत्म करने का इकलौता तरीका सिर्फ चुनाव है.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान ने कहा, ‘पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के नेताओं और यहां से भागकर लंदन चले गए नवाज शरीफ को इस बात की कोई फिक्र नहीं है कि देश के संविधान की बेअदबी हो रही है, सरकारी संस्थाओं को बर्बाद किया जा रहा है या पाकिस्तानी सेना बदनाम हो रही है. वे लूटी गई संपदा को बचाने के अपने निहित स्वार्थों के लिए काम कर रहे हैं.’
बता दें कि पुलिस ने इमरान खान के घर को घेर रखा है. इस बीच उन्होंने कहा, ‘मुझे डरावना सपना दिखाई दे रहा है कि देश तबाही की ओर बढ़ रहा है. मेरी सत्ता से अपील है कि चुनाव कराएं और देश बचाएं.’
इस्लामाबाद हाईकोर्ट कॉम्प्लेक्स से 9 मई को अपनी गिरफ्तारी के बाद भड़की हिंसा के बारे में पूछे जाने पर पीटीआई अध्यक्ष ने कहा कि यह पूरी तरह सत्तारूढ़ गठबंधन और पंजाब सरकार के इशारे पर रची गई साजिश है.
डॉन अखबार ने पूर्व पीएम के हवाले से लिखा,’वक्त आ गया है कि सत्ता में बैठे लोगों को संवेदनशीलता के साथ सोचना चाहिए वरना देश के सामने पूर्वी पाकिस्तान जैसे हालात पैदा हो सकते हैं.’
देश की सेना की अपनी आलोचना को जायज ठहराते हुए इमरान ने कहा, ‘जब मैं सेना की निंदा करता हूं तो यह मेरे अपने बच्चों की आलोचना के समान है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं बार-बार कह चुका हूं कि मैं सरकारी संस्थाओं के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता. जब मेरे पास पक्की खबर थी कि पूर्व सेना प्रमुख मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं, मैंने तब भी दखलअंदाजी नहीं की’.
पीटीआई अध्यक्ष ने दावा किया कि कुछ नेता वर्तमान सेना प्रमुख से कह रहे हैं कि इमरान खान सत्ता में आ गए तो उन्हें पद से हटा देंगे.
जमां पार्क वाले घर में करीब 40 आतंकवादियों के छिपे होने के पंजाब सरकार के दावे पर भी इमरान खान ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि सरकार को तलाशी वारंट हासिल कर कानूनी तरीके से उनके घर की तलाशी ले लेनी चाहिए क्योंकि आतंकियों की मौजूदगी में उनकी खुद की जिंदगी खतरे में है.
उन्होंने कहा, ‘लेकिन देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी पीटीआई पर दमन की कार्रवाई शुरू करने के लिए इसे बहाना नहीं बनाया जाए.’ इमरान ने कहा कि हाल में हुए एक सर्वे के अनुसार पाकिस्तान की 70 प्रतिशत आबादी पीटीआई के साथ खड़ी है और बाकी 30 प्रतिशत लोग सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल अन्य सभी दलों के साथ है.
इमरान खान ने अपने वीडियो मैसेज के बाद इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के रिप्रेजेंटेटिव्ज को उनके घर आने की इजाजत दी ताकि वे देख सकें कि उनके घर में आतंकवादी छिपे हैं या नहीं. खान के घर में जाने वाले रिपोर्टर्स ने बाद में कहा कि वहां सिर्फ घरेलू कर्मचारी और कुछ पुलिसकर्मी दिखे.
खान ने इससे पहले आज ट्वीट किया था, ‘मेरी अगली बार गिरफ्तारी से पहले संभवत: मेरा आखिरी ट्वीट. पुलिस ने मेरे घर को घेर लिया है.’ उन्होंने कुछ वीडियो भी साझा किए, जिनमें पुलिस कर्मियों को उनके घर में घुसते देखा जा सकता है.