दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास में आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट और बदसलूकी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. एक बार फिर स्वाति मालीवाल ने दिए इंटरव्यू में बिभव कुमार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
स्वाति मालीवाल ने कहा, “मैं 13 मई को करीब 9 बजे सुबह दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के घर पर गई थी. वहां पहुंची तो स्टाफ ने मुझे ड्राइंग रूम में बैठने को कहा. साथ ही यह भी कहां कि अरविंद केजरीवाल घर पर हैं. इतने में बिभव कुमार दनदनाते हुए आते हैं. मैंने पूछा क्या हुआ? अरविंद जी आ रहे हैं. तभी उसने मुझे 7-8 थप्पड़ जोर से मारे. जब मैंने उन्हें पीछे धकेलने की कोशिश की तो बिभव ने मेरा पैर पकड़ लिया और मुझे नीचे घसीट दिया. मेरा सिर सेंटर टेबल से टकराया. मैं जोर-जोर से चिल्ला रही थी. लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया.”
EP-179 with Swati Maliwal | Full Interview to be played out at 4 pm to all ANI agency subscribers. (Digital rights cleared)
"Not giving clean-chit to anyone…Kejriwal was at home…" Swati Maliwal recounts her ordeal of May 13#ANIpodcast #SwatiMaliwal #ArvindKejriwal #AAP pic.twitter.com/ZJQPIBwzcZ
— ANI (@ANI) May 23, 2024
ANI को दिए इंटरव्यू में स्वाति मालीवाल ने कहा, “बिभव ने किसी के निर्देश पर मारा या फिर किसी के कहने पर मारा. मैं किसी को क्लीन चिट नहीं दे रही है. अरविंद केजरीवाल घर पर थे और मेरे साथ मारपीट हुई. दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है.”
स्वाति मालीवाल ने कहा कि अगर मेरी राज्यसभा की सीट उन्हें चाहिए थी, वो प्यार से मांगते तो मैं जान दे देती, एमपी तो बहुत छोटी बात है. अब चाहे दुनिया की कोई भी शक्ति लग जाए मैं इस्तीफा नहीं दूंगी.
स्वाति मालीवाल ने रोते हुए कहा, “मैंने यह नहीं सोचा कि मेरे करियर को क्या होगा? मैं खुद महिलाओं के लिए लड़ाई लड़ी हूं. मेरे साथ ये लोग क्या करेंगे? आज मैं अपने लिए लड़ाई लड़ रही हूं.
दिल्ली पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर में मालीवाल ने आरोप लगाया था कि वह केजरीवाल से मिलने उनके कैंप ऑफिस स्थित आवास पर गई थीं. ड्राइंग रूम में जब वह सीएम का इंतजार कर रही थीं, इसी दौरान बिभव कुमार वहां आए और उनके साथ मारपीट की. उन्हें बुरी तरह पीटा गया और थप्पड़ और लात तक मारी गई. पुलिस ने शिकायत के बाद आप सांसद का मेडिकल चेक करवाय था.
पुलिस ने मामला दर्ज कर शनिवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. बाद में एक स्थानीय अदालत ने उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.