उत्तराखंड के बाबा केदारनाथ धाम में आज सुबह सुबह एक बड़ा हादसा होने से बच गया. धाम में एक हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी, जिसमे कुछ श्रद्धालु बैठे हुए थे. हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई थी. अधिकारियों के मुताबिक, हेलिकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं.
जानकारी के मुताबिक, हेलिकॉप्टर का रूडल खराब हो गया था. इसके कारण हेलिकॉप्टर को दूर तक नहीं ले जाया जा सकता था. हालांकि, पास में ही हेलीपैड था. फिर, पायलट ने सुझबूझ दिखाते हुए खाली जगह की तलाश की. फिर वहां पर हेलिकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग कराई. हालांकि, थोड़ी ही दूरी पर ही खाई थी. इस दौरान हेलिकॉप्टर में बैठे श्रद्धालु भगवान से सलामती की दुआ मांगते रहे.
हेलिकॉप्टर की हुई सुरक्षित लैंडिंग
हेलिकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग के बाद तीर्थ यात्रियों ने राहत की सांस ली. श्रद्धालुओं ने पायलट का भी धन्यवाद किया. साथ ही चिंता भी जताई कि उड़ान से पहले हेलिकॉप्टर की तकनीकी खामियों को जांचा जाना चाहिए था. केदारनाथ में हेलिकॉप्टर सेवा हमेशा से ही जोखिमभरी रही है. बीते 11 सालों में केदारनाथ में इस तरह के 10 हादसे हो चुके हैं.
31 मई तक रजिस्ट्रेशन बंद
चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू है. हालांकि, चार धाम यात्रा के लिए 31 मई तक ऑफ लाइन पंजीकरण पर रोक है, जिसके चलते हजारों श्रद्धालु ऐसे हैं, जो हफ्तों से ऋषिकेश-हरिद्वार में अपने पंजीकरण का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनका पंजीकरण नहीं हो पा रहा है. श्रद्धालुओं का कहना है कि हफ्तों से इस आस में थे कि बाबा केदारनाथ का दर्शन होगा, लेकिन यह आस टूटती जा रही है. फिलहाल हर दिन धाम में 25 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं को धाम तक पहुंचाने के लिए 9 हेलिकॉप्टर कंपनियां लगातार लगी हैं.
हेलीकॉप्टर में पायलट समेत 6 लोग सवार थे. आज सुबह तकरीबन 7 बजे हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आई थी. केदारनाथ धाम से 100 मीटर पहले इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी है.
लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या
बता दें कि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. 10 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा के पहले 10 दिन में 3 लाख 19 हजार श्रद्धालु पहुंचे हैं. उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने गुरुवार को एक वर्चुअल बैठक के दौरान केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को चार धाम यात्रा के जानकारी देते हुए बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में यात्रियों की संख्या में यमुनोत्री में 127%, केदारनाथ में 156% की वृद्धि देखी गई.
इस वर्ष यात्रा सीजन के पहले दस दिनों में 138,537 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री के दर्शन किए, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में 127% ज्यादा है. इसी तरह 128,777 श्रद्धालुओं ने गंगोत्री धाम के दर्शन किये जो पिछले दो वर्षों की तुलना में 89% अधिक हैं. केदारनाथ धाम में 319,193 श्रद्धालु आए, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में 156% अधिक हैं और बद्रीनाथ धाम में 139,656 श्रद्धालु आए और यह भी दो वर्षों की तुलना में 27% अधिक हैं.
पर्यटन की सहायता को बनाए केंद्र
बैठक के दौरान सीएस रतूड़ी ने यह भी बताया कि पुलिस ने 56 पर्यटन सहायता केंद्र बनाए गए हैं. यात्रा की निगरानी के लिए 850 सीसीटीवी कैमरे और 8 ड्रोन लगाए गए हैं. उन्होंने केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1,495 वाहनों की क्षमता वाले बीस पार्किंग स्थल बनाए गए हैं. उन्होंने पार्किंग प्रबंधन के लिए एक क्यूआर कोड-आधारित प्रणाली शुरू की और यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा मार्गों पर नियंत्रित वाहन आवाजाही के लिए 3-4 होल्डिंग पॉइंट बनाए गए हैं. साथ ही केदारनाथ मार्ग पर बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं और ट्रैक रूट को साफ करने के लिए कुल 657 पर्यावरण मित्र तैनात किए हैं.