महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी खत्म होने के बाद अब विधान परिषद चुनाव का बिगुल बज गया है. लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. उसके बाद विधान परिषद के चुनाव होंगे. चुनाव आयोग ने राज्य की 4 विधान परिषद सीटों पर चुनाव का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग की ओर से घोषित कार्यक्रम के मुताबिक विधान परिषद चुनाव के लिए 26 जून को वोटिंग होगी.
विधान परिषद की 4 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की नए सिरे से घोषणा की गई है. यह चुनाव दो शिक्षक और दो स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए हो रहा है.
महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव की घोषणा
महाराष्ट्र में विधान परिषद का यह चुनाव मुंबई और कोंकण स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों, नासिक और मुंबई शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में होंगे. पहले इन चुनावों के लिए 10 जून की तारीख घोषित की गई थी. हालांकि, अब विधान परिषद चुनाव की तारीख बदल दी गई है. नये कार्यक्रम के अनुसार स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के लिए मतदान 26 जून को होगा.
स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव स्थगित कर दिया गया था. इसमें 2 स्नातक और 2 शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं. मुंबई स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से संजय पोटनिस और कोंकण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निरंजन डावखरे का कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हो रहा है. इसके अलावा, मुंबई शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से कपिल पाटिल और नासिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से किशोर दराडे का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.
महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव के लिए कार्यक्रम
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र की 4 विधान परिषद सीटों पर स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. 31 मई से 7 जून तक आवेदन जमा होंगे. आवेदनों की जांच 10 जून को होगी. 12 जून तक आवेदन वापस लिये जा सकेंगे. 26 जून को वोटिंग होगी. वहीं, वोटों की गिनती 1 जुलाई को होगी.
क्यों स्थगित किया गया था चुनाव?
महाराष्ट्र की 4 विधान परिषद सीटों पर चुनाव के लिए पहले मतदान की तारीख 10 जून तय की गई थी. इस बीच, गर्मी की छुट्टियों के कारण राज्य के अधिकांश स्कूल और शिक्षक 10 जून को छुट्टी पर हैं. शिक्षक संघों का दावा है कि इससे मतदान पर असर पड़ सकता है. इसलिए इस चुनाव को स्थगित करने की मांग शिक्षक संघों की ओर से की जा रही थी. चुनाव आयोग ने शिक्षक संघों की यह मांग मान ली है और अब नए सिरे से कार्यक्रम की घोषणा कर दी है.